प्रेग्नेंसी के बाद वजन बढ़ने पर ट्रोल्स को करारा जवाब, बिपाशा बसु बोलीं, “मीम्स और ट्रोल्स मुझे परिभाषित नहीं करते”
चिरौरी न्यूज
मुंबई: अभिनेत्री बिपाशा बसु, जो 12 नवंबर 2022 को एक प्यारी सी बेटी ‘देवी’ की मां बनी थीं, इन दिनों फिल्मों से भले ही दूर हैं, लेकिन सोशल मीडिया पर वह काफी सक्रिय रहती हैं। हाल ही में बिपाशा ने प्रेग्नेंसी के बाद उनके वजन को लेकर हो रही ट्रोलिंग पर खुलकर जवाब दिया है और समाज में महिलाओं के प्रति सोच पर सवाल उठाए हैं।
बिपाशा ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट पर प्रतिक्रिया दी, जिसे पूर्व मिस इंडिया और ब्यूटी इंफ्लुएंसर श्वेता विजय नायर ने शेयर किया था। श्वेता ने बिपाशा की पुरानी और नई तस्वीरों का कोलाज बनाते हुए एक रील में महिलाओं, खासकर माताओं, पर थोपे जाने वाले अव्यावहारिक सौंदर्य मानकों के खिलाफ अपनी बात रखी थी।
इस पोस्ट पर बिपाशा ने लिखा, “आपके स्पष्ट शब्दों के लिए धन्यवाद… आशा है कि मानव जाति हमेशा इतनी उथली और इतनी निम्न नहीं रहेगी… और वे महिलाओं को हर दिन उनके द्वारा निभाई जाने वाली लाखों भूमिकाओं के लिए प्रोत्साहित और सराहेंगे।”
उन्होंने आगे कहा, “मैं एक सुपर कॉन्फिडेंट महिला हूं, जिसके पास एक समझदार, प्यार करने वाला जीवनसाथी और परिवार है। मीम्स और ट्रोल्स मुझे कभी परिभाषित नहीं कर सकते… और ना ही उन्होंने मुझे वह बनाया जो मैं हूं। लेकिन ये ट्रोलिंग समाज की महिलाओं के प्रति सोच का परेशान करने वाला प्रतिबिंब है। मेरी जगह अगर कोई और महिला होती, तो वो इन जहरीली बातों से बुरी तरह प्रभावित और मानसिक रूप से आहत हो सकती थी।”
बिपाशा ने सभी महिलाओं को एकजुट होने का संदेश देते हुए कहा, “अगर हमारे पास मजबूत आवाजें हों और कम से कम महिलाएं ही एक-दूसरी को समझें और सराहें, तो महिलाएं और ऊंचा उठेंगी। हम महिलाएं अजेय हैं।”
बिपाशा के पति करण सिंह ग्रोवर ने भी इस पोस्ट पर कमेंट किया और लिखा, “हमें उन सभी महिलाओं को, जिन्हें हम जानते हैं और प्यार करते हैं, सम्मान देना चाहिए। वे ही असली देवी हैं, जिनकी हमें पूजा करनी चाहिए। मेरे अनुसार ईश्वर या स्त्रोत एक स्त्री ऊर्जा है, क्योंकि इतनी खूबसूरत चीज़ – ‘जीवन’ – सिर्फ वही रच सकती है।”
बिपाशा और करण ने शादी के छह साल बाद अपनी बेटी देवी का स्वागत किया था। बेटी के जन्म के बाद बिपाशा ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट के ज़रिए नाम का ऐलान करते हुए लिखा था, “12.11.2022. देवी बसु सिंह ग्रोवर। हमारे प्यार और मां के आशीर्वाद का भौतिक रूप अब हमारे पास है… और वह दिव्य है।”
बिपाशा का यह सशक्त बयान उन सभी महिलाओं के लिए प्रेरणा है, जो मां बनने के बाद समाज के सौंदर्य मानकों के दबाव में खुद को कमतर समझने लगती हैं।