हेडिंग्ले टेस्ट में भारत की हार पर बोले कप्तान शुभमन गिल – “मौके थे, लेकिन हम भुना नहीं सके”

चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: भारत को लीड्स के हेडिंग्ले में खेले गए पहले टेस्ट मैच में इंग्लैंड के हाथों पांच विकेट से करारी हार का सामना करना पड़ा। इस हार के साथ ही इंग्लैंड ने एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है। मैच के बाद कप्तान शुभमन गिल ने स्वीकार किया कि टीम के पास जीत के मौके थे, लेकिन वे उन्हें भुना नहीं सके।
गिल ने कहा, “यह शानदार टेस्ट मैच था। हमारे पास मौके थे, कुछ कैच छूटे और निचले क्रम से वो योगदान नहीं मिला जिसकी जरूरत थी।” उन्होंने भारत की दूसरी पारी के बारे में बात करते हुए बताया कि टीम का इरादा इंग्लैंड को 400–430 रनों का लक्ष्य देकर डिक्लेयर करने का था, लेकिन 333/4 से 364 पर सिमट जाना बेहद निराशाजनक रहा।
इंग्लैंड की दूसरी पारी में बेन डकेट की धमाकेदार 149 रनों की पारी और ज़ैक क्रॉली के साथ 188 रनों की ओपनिंग साझेदारी ने भारत को बैकफुट पर धकेल दिया। हालांकि शार्दुल ठाकुर ने लगातार दो गेंदों पर डकेट और हैरी ब्रूक को आउट कर मैच में थोड़ी जान फूंकी, लेकिन इसके बाद जो रूट और डेब्यू कर रहे जेमी स्मिथ की 71 रन की अटूट साझेदारी ने इंग्लैंड को जीत दिला दी।
भारतीय फील्डिंग भी हार की बड़ी वजह बनी। शुभमन गिल ने कहा, “ऐसी पिचों पर मौके आसानी से नहीं मिलते, और हमने कई कैच छोड़े। हमारी टीम युवा है और सीख रही है, उम्मीद है कि अगले मैचों में हम इन पहलुओं पर सुधार करेंगे।”
कप्तान के तौर पर कुछ अलग करने के सवाल पर गिल ने कहा, “पहले सत्र में हमने अच्छी गेंदबाज़ी की। लेकिन जैसे-जैसे गेंद पुरानी हुई, रन रोकना मुश्किल हो गया और हमें लगातार विकेट लेने की जरूरत थी। दुर्भाग्य से कुछ कैच हमारे फील्डरों तक नहीं पहुंचे, और इंग्लैंड के बल्लेबाज़ों ने बेहतरीन बल्लेबाज़ी की।”
गिल ने रवींद्र जडेजा की तारीफ करते हुए कहा, “जडेजा ने बेहतरीन गेंदबाज़ी की, कई मौकों पर मौके बनाए। लेकिन क्रिकेट में ऐसा होता है कि हर मौका आपके पक्ष में नहीं जाता।”
जसप्रीत बुमराह के दूसरे इनिंग में विकेट न ले पाने पर गिल ने कहा कि उनके वर्कलोड पर ध्यान दिया जाएगा। “अब हमारे पास अच्छा ब्रेक है, और हम अगला टेस्ट करीब आने पर उनका आकलन करेंगे।”
भारत ने पहली पारी में शुभमन गिल, यशस्वी जायसवाल और ऋषभ पंत के शतकों की बदौलत 471 रन बनाए थे। लेकिन पुरानी समस्याएं—निचले क्रम की नाकामी और खराब फील्डिंग—एक बार फिर सामने आ गईं, जिससे इंग्लैंड को वापसी करने का पूरा मौका मिल गया।
अब भारत के पास अपनी गलतियों को सुधारने के लिए कुछ दिन हैं, क्योंकि दूसरा टेस्ट 2 जुलाई से बर्मिंघम में खेला जाएगा।