चिराग पासवान एनडीए से हो सकते हैं बाहर, इंडिया अलायंस ने की बिहार और यूपी में 10 सीटों की पेशकश
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: चिरौरी न्यूज को सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बिहार में इंडिया अलायंस ने कथित तौर पर लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान को आठ लोकसभा सीटों की पेशकश की है। चिराग पासवान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मुखर आलोचक हैं। कई बार उन्होंने सार्वजनिक मंच से उनकी नीतियों की आलोचना की है।
अब जबकि नीतीश कुमार की एनडीए में वापसी हुई है तो चिराग के लिए उनके साथ चुनाव लड़ना थोड़ा असहज हो रहा है। सूत्रों ने कहा कि चिराग के लिए एनडीए छोड़ने की एक और वजह हो सकती है उनकेअपने चाचा और केन्द्रीय मंत्री पशुपति पारस के साथ खराब संबंध।
चिराग पासवान और उनके चाचा और केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस के बीच विवाद के कारण एनडीए में सीट बंटवारे में लगातार देरी हो रही है, जिस पर सवाल उठ रहे हैं। हालांकि चिराग पासवान की तरफ से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है, लेकिन सूत्रों का दावा है कि अगर एनडीए में जल्द ही सीट बंटवारा पर कोई फैसला नहीं हुआ तो चिराग अलग राह पकड़ सकते हैं।
सूत्रों के मुताबिक, महागठबंधन भी चिराग पासवान पर दबाव बना रहा है और उन्हें बिहार ग्रैंड अलायंस में शामिल करने की कोशिश कर रहा है। उन्हें बिहार ग्रैंड अलायंस में शामिल होने के लिए आठ लोकसभा सीटें और उत्तर प्रदेश में दो लोकसभा सीटों की पेशकश की गई है।
सूत्रों के मुताबिक, एनडीए में चिराग पासवान और पशुपति पारस को छह सीटें देने की बात चल रही है, लेकिन दोनों इसके लिए तैयार नहीं हैं। चिराग पासवान की मांग है कि जब लोक जनशक्ति पार्टी टूटे नहीं और 2019 के फॉर्मूले के मुताबिक जब उनके 6 सांसद जीते तो आगामी लोकसभा चुनाव में भी 6 सीटों पर उनका दावा बना रहे।
वहीं पशुपति पारस का भी दावा है कि लोक जनशक्ति पार्टी के छह में से पांच सांसद अब उनके साथ हैं और उनकी पार्टी राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी का हिस्सा है, ऐसे में उनका दावा भी 6 सीटों को लेकर है।
दूसरी लड़ाई चाचा-भतीजे के बीच हाजीपुर लोकसभा सीट को लेकर है, जहां से दोनों चुनाव लड़ना चाहते हैं। फिलहाल पशुपति पारस हाजीपुर से सांसद हैं, लेकिन चिराग पासवान ने भी अपने दिवंगत पिता राम विलास पासवान की विरासत का हवाला देते हुए हाजीपुर सीट पर अपना दावा ठोक दिया है। हाजीपुर सीट को लेकर भी चिराग और पशुपति पारस के बीच विवाद है।