कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने की ममता बनर्जी की स्पेन यात्रा की आलोचना- “कौन सी स्पेनिश कंपनियां बंगाल में निवेश करना चाहती हैं”

चिरौरी न्यूज
कोलकाता: पश्चिम बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने राज्य में बढ़ते डेंगू मामलों के फैलने के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की स्पेन यात्रा की आलोचना करते हुए कहा कि वह स्पेन जा सकती हैं लेकिन लोगों का दर्द समझने में असमर्थ हैं।
उन्होंने सीएम ममता बनर्जी की स्पेन यात्रा की तीखी आलोचना करते हुए पूछा कि मुख्यमंत्री को बताना चाहिए कि कौन सी स्पेन की कंपनियां बंगाल में निवेश करना चाहती है। कांग्रेस प्रमुख ने पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों से बात करते हुए यह बात कही।
अधीर रंजन ने इस यात्रा को ‘लक्जरी यात्रा’ बताते हुए पूछा, “आपने इस यात्रा पर कितना खर्च किया? आप किस उद्योगपति को यहां लाए हैं? यहां के लोगों को मूर्ख मत बनाइए।”
उन्होंने आगे कहा, “अगर आपने बिस्वा बांग्ला औद्योगिक बैठक में जो खर्च किया है उसका 10 प्रतिशत वापस आ जाता, तो बंगाल में लाखों बेरोजगारों को नौकरी मिल जाती। हम जानना चाहते हैं कि कौन सी स्पेनिश कंपनियां बंगाल में निवेश करना चाहती हैं।”
“हमने पहले ही राज्य सरकार को अगस्त-सितंबर के दौरान डेंगू के बड़े पैमाने पर फैलने के बारे में चेतावनी दी थी। यह आम लोगों के प्रति सरकार की अनदेखी के कारण है। वे स्पेन जा सकते हैं लेकिन यहां के लोगों का दर्द नहीं समझ सकते,” कांग्रेस प्रमुख ने कहा।
अधीर रंजन ने यूरोपीय देश की यात्रा के दौरान स्पेन के एक आलीशान होटल में ठहरने को लेकर मुख्यमंत्री बनर्जी पर हमला बोला।
“हमने सुना है कि मुख्यमंत्री अपना वेतन नहीं लेती हैं। वह अपनी किताबों की बिक्री और अपनी पेंटिंग्स से अपना गुजारा करती हैं। आप मैड्रिड के एक होटल में रहने का खर्च कैसे उठा सकते हैं, जिसकी कीमत प्रतिदिन ₹ 3 लाख रुपये है?” कांग्रेस नेता ने पूछा।
रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हरी झंडी दिखाई गई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों पर बोलते हुए अधीर रंजन ने कहा, पीएम मोदी ने बुलेट ट्रेनों का वादा किया था, अब वे ‘गुलेर’ (मजाक) ट्रेन चला रहे हैं। वंदे भारत अपनी वास्तविक गति से नहीं चलते। इसका किराया सामान्य ट्रेनों से ज्यादा है.”
अधीर रंजन ने हाल ही में संस्कृति मंत्रालय द्वारा मुर्शिदाबाद के किरीटेश्वरी गांव को भारत के सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव के रूप में मान्यता दिए जाने को खारिज करते हुए कहा कि गांव में एक प्राचीन मंदिर के अलावा कुछ भी नहीं है।
“किरीटेश्वरी में एक प्राचीन मंदिर के अलावा कुछ भी नहीं है। वे मंदिर की राजनीति करते हैं, उन्हें ऐसा करने दें…मैं चाहूंगा कि मुर्शिदाबाद में हर नवाब-युग की वास्तुकला को संरक्षित किया जाए। मैंने इस संबंध में मंत्री मेघावाल से मुलाकात की है और एक पत्र दिया है,” अधीर रंजन ने कहा।