विजय देवरकोंडा की फिल्म ‘किंगडम’ पर विवाद, जाफना तमिलों के चित्रण को लेकर उठे सवाल
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: अभिनेता विजय देवरकोंडा की नई साइकोलॉजिकल थ्रिलर फिल्म ‘किंगडम’, जिसे गौतम तिन्नानुरी ने निर्देशित किया है, बॉक्स ऑफिस पर जहां शानदार शुरुआत कर चुकी है, वहीं तमिलनाडु में यह फिल्म विवादों में घिर गई है। फिल्म पर आरोप है कि इसमें जाफना तमिलों को नकारात्मक रूप में दर्शाया गया है, जिससे तमिल समुदाय का एक वर्ग खासा नाराज़ है।
फिल्म के रिलीज़ के बाद सोशल मीडिया पर यह विवाद तब शुरू हुआ जब यूट्यूबर, समीक्षक और अभिनेता प्रशांत रंगास्वामी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर फिल्म को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा, “किंगडम इंटरवल – फिल्म में जाफना तमिलों को उन लोगों के रूप में दिखाया गया है जिन्होंने श्रीलंका में जाकर बसे भारतीयों पर अत्याचार किए। ऐसा क्यों किया गया @TheDeverakonda? और फिर आप इसी फिल्म के प्रचार के लिए तमिलनाडु आते हैं?”
इस पोस्ट के वायरल होते ही सोशल मीडिया पर फिल्म को लेकर नाराजगी की लहर दौड़ गई। कई यूज़र्स ने फिल्म पर ऐतिहासिक तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश करने और दबाए गए समुदाय को गलत रूप में दिखाने का आरोप लगाया है।
कुछ लोगों ने फिल्म निर्माताओं पर सांस्कृतिक उपभोग (Cultural Appropriation) का आरोप भी लगाया है। उनका कहना है कि निर्माता फिल्म के प्रचार के लिए तमिल संस्कृति का उपयोग करते हैं, लेकिन फिल्म में तमिलों को गलत ढंग से प्रस्तुत करते हैं।
एक सोशल मीडिया यूज़र ने लिखा, “आजकल तेलुगु इंडस्ट्री क्यों तमिलों के खिलाफ फिल्में और वेब सीरीज़ बना रही है? इस फिल्म को नहीं देखूंगा… चलो तमिलनाडु में इस फिल्म का बहिष्कार करें।”
हालांकि, विवाद के बीच कुछ लोग फिल्म का समर्थन भी कर रहे हैं। उनका कहना है कि ‘किंगडम’ पूरी तरह काल्पनिक (fictional) है और इसे ऐतिहासिक दृष्टि से नहीं देखा जाना चाहिए। एक यूज़र ने लिखा, “आपने शायद वो डिस्क्लेमर मिस कर दिया, जिसमें कहा गया है कि यह एक काल्पनिक कहानी है।”
विवाद के बावजूद, ‘किंगडम’ बॉक्स ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन कर रही है। ट्रेड एनालिस्ट्स के अनुसार, फिल्म ने पहले दिन ही ₹30 करोड़ से अधिक की कमाई की है और पहले सप्ताह में ₹100 करोड़ क्लब में शामिल होने की उम्मीद जताई जा रही है।
फिल्म में विजय देवरकोंडा के साथ भाग्यश्री बोरसे और सत्यदेव भी मुख्य भूमिकाओं में हैं, जबकि इसका संगीत अनिरुद्ध रविचंदर ने दिया है।