शिल्प समागम मेले में खराब मौसम के बाद लौटी रौनक
चिरौरी न्यूज
जोधपुर: जोधपुर में बारिश और तूफानी हवाओं से बदले ख़राब मौसम के बाद शिल्प समागम मेले में रौनक़ लौट आई। रविवार को निकली तेज धूप से रावण का चबूतरा मैदान सूख गया और छुट्टी का दिन होने के कारण काफ़ी संख्या में जोधपुर वासी मेले में ख़रीदारी करते दिखे।
इसी के साथ शिल्प समागम मेले में 14 प्रदेशों से आए अनुसूचित जाति, पिछड़े वर्ग और सफाई कर्मचारी के लाभार्थियों के चेहरे पर मुस्कान लौट आई। शाम में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में भी काफी संख्या में लोगों ने पहुंचकर कलाकारों का उत्साहवर्धन किया। अनिल भट और मधुलिया के गाये राजस्थानी, सूफी और लोक गीतों पर सुरेश बाई के नृत्य ने चार चांद लगा दिया।
गौरतलब है कि शनिवार रात आई बारिश, तेज़ अंधड़ और तूफान के बाद जोधपुर में आयोजित शिल्प समागम मेला भी अछूता नहीं रहा। मेले में लगे तंबू, शामियाना के हानि सहित लाभार्थियों का सामान भी गीला हो गया था। आंधी और तूफान का प्रभाव जोधपुर सहित राजस्थान के 10 ज़िलों में देखने को मिला था। दौसा और सवाई माधोपुर में आकाशीय बिजली गिरने से 6 लोगों की मौत भी हो गई थी।
समाज के पिछड़े और लक्षित वर्ग के उत्थान के उद्देश्य से आयोजित इस मेले में 14 राज्यों के 100 अनुसूचित जाति, पिछड़े वर्ग और सफाई कर्मचारी के लाभार्थियों के उत्पाद प्रदर्शनी के साथ बिक्री के लिए उपलब्ध हैं। सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के शीर्ष निगम NSFDC NBCFDC NSKFDC के माध्यम से आयोजित यह मेला 29 फरवरी से 8 मार्च तक चलेगा। सुबह 11 बजे से रात 9 बजे तक चलने वाले इस मेले में प्रवेश नि:शुल्क है।