दिल्ली ब्लास्ट: आतंकी डॉक्टर का वीडियो आया सामने, सोच और साज़िशों का खुलासा
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: लाल क़िला विस्फोट के बाद जांच एजेंसियों के हाथ एक ऐसा वीडियो लगा है जिसने आरोपी डॉ. उमर मोहम्मद उर्फ उमर उन् नबी की सोच और मंसूबों को स्पष्ट कर दिया है। वायरल वीडियो में उमर आत्मघाती हमले को “गलत समझा गया अवधारणा” बताते हुए उसे “शहादत ऑपरेशन” करार देता नज़र आता है।
वीडियो में उमर दावा करता है कि जिसे दुनिया आत्मघाती हमला समझती है, असल में वह “ऐसा अभियान है जिसमें व्यक्ति यह मानकर चलता है कि वह एक तय समय और स्थान पर मारे जाने वाला है।” वह यह भी कहता है कि आत्मघाती हमले पर कई “तर्क और विरोधाभास” पेश किए गए हैं, लेकिन उसके अनुसार यह हमला सबसे “प्रभावी” और “घातक” तरीका है।
लाल क़िला धमाका और उमर की भूमिका
उमर 10 नवंबर को लाल क़िले के पास फटी कार में मौजूद था। इस विस्फोट में कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई थी। जांच अधिकारियों का मानना है कि यह वीडियो किसी बड़े संदेश को फैलाने के उद्देश्य से रिकॉर्ड किया गया था, ताकि लोगों को कट्टरपंथ की ओर धकेला जा सके और उन्हें आत्मघाती हमलों के लिए प्रेरित किया जा सके।
एजेंसियों के अनुसार, उमर पूरी तरह आत्म-रैडिकलाइज़्ड था और उसने अपनी इच्छा से जैश-ए-मोहम्मद के फरीदाबाद मॉड्यूल को जॉइन किया था। वह न केवल योजना का हिस्सा था, बल्कि उसकी ज़मीन पर क्रियान्वयन में भी शामिल था।
हमलों की लंबी श्रृंखला की थी योजना
जांच में सामने आया है कि फरीदाबाद मॉड्यूल दिल्ली और आसपास के इलाकों में कई आत्मघाती हमले करने की योजना बना रहा था। पहला हमला 15 अगस्त को करना था, लेकिन सुरक्षा कड़ी होने के कारण टाल दिया गया। इसके बाद तारीख 6 दिसंबर तय की गई। मॉड्यूल ने अगले साल 26 जनवरी को भी एक बड़े हमले पर विचार किया था।
लेकिन इसी बीच फरीदाबाद मॉड्यूल के पकड़े जाने के डर से उमर घबरा गया और उसने 10 नवंबर को ही कार में विस्फोट कर दिया। असली योजना 26 जनवरी को कार को लाल क़िले की दीवार से टकराने की थी।
3,000 किलो विस्फोटक बरामद, J&K में हादसा
छापों के दौरान पुलिस ने करीब 3,000 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट बरामद किया, जिसे TATP के साथ मिलाया गया था। यह मिश्रण अत्यंत घातक माना जाता है।
इन्हीं बरामद विस्फोटकों का एक हिस्सा जम्मू-कश्मीर के नौगाम पुलिस स्टेशन में रखा गया था, जहाँ फोरेंसिक टीम के पहुँचने से पहले ही यह अचानक फट गया। इस हादसे में कई लोगों की जान गई।
जांच एजेंसियाँ वीडियो का विश्लेषण कर रही हैं ताकि उमर की मानसिकता, उसके मॉड्यूल की योजना और संभावित नेटवर्क के बारे में और जानकारी जुटाई जा सके। अधिकारियों का कहना है कि यह वीडियो उमर के इरादों की “स्पष्ट झलक” देता है और यह दिखाता है कि वह आत्मघाती हमले को ही सबसे “प्रभावी हथियार” मानता था।
