शतक के बावजूद यशस्वी जायसवाल की फील्डिंग बनी चिंता का विषय, कोच गंभीर ने लगाई फटकार
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: लीड्स टेस्ट में भारत की इंग्लैंड के खिलाफ 5 विकेट से हार के बाद टीम इंडिया की खराब फील्डिंग को लेकर सवाल उठने लगे हैं। हालांकि युवा ओपनर यशस्वी जायसवाल ने इस मुकाबले में शानदार शतक जरूर जड़ा, लेकिन फील्डिंग में उनकी गलतियां टीम को भारी पड़ीं। जायसवाल ने मैच के दौरान चार आसान कैच टपकाए, जिससे इंग्लैंड को अहम मौकों पर जीवनदान मिला और भारत को हार का सामना करना पड़ा।
मैच के बाद भारतीय टीम मैनेजमेंट, खासकर हेड कोच गौतम गंभीर, जायसवाल के प्रदर्शन से नाखुश दिखे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, गंभीर ने जायसवाल से फील्डिंग को लेकर काफी तीखी बातचीत की और उनकी स्लिप फील्डिंग की भूमिका को लेकर भी समीक्षा की जा रही है।
फील्डिंग से हटाया जा सकता है स्लिप का जिम्मा
भारतीय टीम के असिस्टेंट कोच रायन टेन डोशाटे ने सोमवार को मीडिया से बातचीत में इस बात के संकेत दिए कि जायसवाल को स्लिप से हटाकर किसी अन्य पोजिशन पर लगाया जा सकता है।
उन्होंने कहा, “हम चाहते हैं कि हमारे पास कैचिंग में गहराई हो। इंग्लैंड जैसी जगहों पर आपको हमेशा चार कैचर्स की जरूरत पड़ती है। यशस्वी हमारे लिए अच्छे कैचर रहे हैं, लेकिन उनके हाथ फिलहाल थोड़े सूजे हुए हैं और उनका आत्मविश्वास भी डगमगाया है।”
“अगर हम दो स्पिनरों के साथ खेलते हैं तो शॉर्ट लेग की भूमिका भी काफी अहम हो जाती है। हम वहां ज्यादा विकल्प चाहते हैं, इसलिए संभव है कि यशस्वी को फिलहाल गली से कुछ समय के लिए हटाया जाए।”
कोच गंभीर ने दी खास ट्रेनिंग
दूसरे टेस्ट से पहले, जो कि 5 जुलाई से एजबेस्टन में शुरू होगा, कोच गौतम गंभीर ने यशस्वी के साथ एक लंबा प्रैक्टिस सेशन किया जिसमें उन्होंने नजदीकी फील्डिंग के गुर सिखाए। लेकिन सूत्रों के अनुसार, गंभीर जायसवाल के कैच छोड़ने से काफी नाराज़ नजर आए और इस मुद्दे पर उन्होंने गंभीरता से बातचीत की।
बल्ले से उम्मीदें कायम
हालांकि फील्डिंग को लेकर सवाल उठे हैं, लेकिन बल्ले से जायसवाल की फॉर्म शानदार रही है और टीम को उनसे आगे भी बड़ी पारियों की उम्मीद है। दूसरे टेस्ट में भारत को सीरीज़ में वापसी के लिए हर हाल में जीत की जरूरत है, ऐसे में जायसवाल का प्रदर्शन दोनों विभागों में अहम साबित हो सकता है।
