लॉर्ड्स में मिली हार के बावजूद बुमराह-सिराज के जज्बे से प्रभावित हुए दिनेश कार्तिक, ‘पूरी भारतीय क्रिकेट को इससे सीखना चाहिए’

चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: लॉर्ड्स टेस्ट में इंग्लैंड के हाथों 22 रन से मिली हार के बावजूद भारत के पूर्व विकेटकीपर-बल्लेबाज़ दिनेश कार्तिक ने जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज के जुझारूपन की जमकर तारीफ की है। कार्तिक ने कहा कि भले ही भारत मुकाबला हार गया हो, लेकिन जिस तरह बुमराह और सिराज ने मैदान पर डटे रहकर मैच को आखिरी क्षणों तक ले गए, वह भारतीय क्रिकेट के पूरे सिस्टम के लिए एक प्रेरणा है।
मैच के पांचवें दिन बुमराह ने 54 गेंदों में 5 रन बनाए और सिराज ने 30 गेंदों पर 4 रन की संघर्षपूर्ण पारी खेली। दोनों ने रवींद्र जडेजा के साथ मिलकर क्रमश: 35 और 23 रन की साझेदारियां कीं। जडेजा ने 61 रन की नाबाद पारी खेली, जो उनका लगातार चौथा अर्धशतक था। हालांकि इन तीनों का संघर्ष नाकाफी साबित हुआ और भारत पांच मैचों की सीरीज़ में 1-2 से पीछे हो गया।
कार्तिक ने स्काई स्पोर्ट्स से बातचीत में कहा, “मुझे जडेजा की बल्लेबाज़ी बहुत पसंद आई। वह लगातार साझेदारियों से वंचित रहे, लेकिन मानसिक दृढ़ता दिखाते रहे। बुमराह और सिराज का रवैया भी सीखने लायक है। उन्होंने हार नहीं मानी। उनका एक ही मकसद था – मैच में बने रहना और जितना हो सके, लड़ते रहना।”
उन्होंने आगे कहा कि भारत ने यह टेस्ट सिर्फ आखिरी दिन की वजह से नहीं गंवाया, बल्कि मैच के विभिन्न पड़ावों पर चूक की कीमत चुकाई। “अगर आप सिर्फ पांचवें दिन को देखकर मैच का मूल्यांकन करेंगे, तो गलत नजरिए से देख रहे हैं। पहली पारी में 376/6 से 387 पर ऑल आउट होना एक और मिनी-कोलैप्स था। इसके अलावा पहली पारी में राहुल ने जब जैमी स्मिथ का कैच छोड़ा, तब वह सिर्फ 5 रन पर थे। फिर दो पारियों में कुल 63 एक्सट्रा रन देना – ये सारी चीजें मायने रखती हैं।”
“ये वो बातें हैं जिन पर टीम को चर्चा करनी चाहिए, न कि सिर्फ आज की गई गलत शॉट्स या निचले क्रम की जुझारूपन की। टेस्ट मैच सिर्फ एक दिन नहीं, बल्कि पांच दिन की कहानी है। और कई ऐसे मौके थे जब भारत गेम पर पकड़ बना सकता था, लेकिन ऐसा हो नहीं पाया – और ये इस सीरीज़ में तीसरी बार हुआ है।”
कार्तिक ने आगे कहा, “इंग्लैंड ने भी तीसरी पारी में कुछ खास बल्लेबाज़ी नहीं की। वे अगर नई गेंद का सामना समझदारी से करते और बाद में सॉफ्ट बॉल के खिलाफ टिक कर खेलते, तो बेहतर कर सकते थे। लेकिन भारत ने मौके गंवाए, और योजना की कमी साफ दिखी।”
वहीं, पूर्व इंग्लिश कप्तान नासिर हुसैन ने भी इस हार को भारत के लिए ‘तकलीफदेह’ बताया और कहा कि अगर सेशंस के हिसाब से देखा जाए, तो भारत ने कई सत्र जीते हैं। “भारत ने बहुत अच्छा क्रिकेट खेला है, हेडिंग्ले से लेकर लॉर्ड्स तक। लेकिन अहम मौकों पर चूक – पंत का रनआउट, कैच छोड़ना और अचानक से पतन – इन वजहों से वे 2-1 से पीछे हैं। इस हार को पचाना मुश्किल है। भारत को इस ब्रेक की ज़रूरत है। अगर अगला टेस्ट भी बैक-टू-बैक होता, तो स्थिति और भी कठिन होती।”
अब सीरीज़ का चौथा टेस्ट 23 जुलाई से मैनचेस्टर में खेला जाएगा, जहां भारत वापसी की कोशिश करेगा।