भारत-पाक मुकाबले से EaseMyTrip का किनारा; ‘आतंक और क्रिकेट साथ नहीं चल सकते’
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स (WCL) के सेमीफाइनल में एक बार फिर भारत और पाकिस्तान की टीमें आमने-सामने होने जा रही हैं, लेकिन इस बहुप्रतीक्षित मुकाबले को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। टूर्नामेंट के मुख्य प्रायोजकों में से एक EaseMyTrip ने ऐलान किया है कि वह भारत-पाकिस्तान सेमीफाइनल मैच से अपना नाम वापस ले रहा है। कंपनी ने कहा है कि वह किसी भी ऐसे आयोजन का हिस्सा नहीं बन सकती जो पाकिस्तान के साथ संबंध सामान्य करने का प्रयास करता हो।
EaseMyTrip के सह-संस्थापक निशांत पिट्टी ने एक बयान जारी कर कहा, “हम भारत चैंपियंस टीम की WCL में शानदार प्रदर्शन के लिए सराहना करते हैं। आपने देश को गौरवांवित किया है। लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ सेमीफाइनल सिर्फ एक और मैच नहीं है। आतंक और क्रिकेट एक साथ नहीं चल सकते। EaseMyTrip भारत के साथ खड़ा है। हम किसी ऐसे आयोजन का समर्थन नहीं कर सकते जो एक ऐसे देश के साथ रिश्तों को सामान्य करने की कोशिश करता हो, जो आतंकवाद को बढ़ावा देता है।”
पिट्टी ने आगे कहा, “भारत की जनता ने अपना मत स्पष्ट कर दिया है और हम उनकी भावनाओं को समझते हैं। EaseMyTrip भारत-पाकिस्तान मैच से कोई संबंध नहीं रखेगा। कुछ बातें खेल से भी ऊपर होती हैं। पहले राष्ट्र, फिर व्यापार—हमेशा।”
गौरतलब है कि इससे पहले लीग स्टेज में भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाला मैच रद्द कर दिया गया था। यह फैसला भी भारतीय खिलाड़ियों और मुख्य प्रायोजकों की आपत्ति के बाद लिया गया था, जो कि इस वर्ष अप्रैल में हुए कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले से उपजे तनाव के चलते था। उस हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई थी और भारत-पाकिस्तान के बीच कूटनीतिक संबंधों में भारी गिरावट आई थी।
EaseMyTrip ने यह भी स्पष्ट किया कि भले ही कंपनी ने WCL के साथ पांच साल का प्रायोजन समझौता किया हो, लेकिन उसकी नीति शुरू से ही स्पष्ट रही है—कंपनी किसी भी ऐसे मैच का हिस्सा नहीं बनेगी जिसमें पाकिस्तान शामिल हो। कंपनी ने अपने आधिकारिक बयान में लिखा, “हम भारत चैंपियंस का समर्थन गर्व से करते रहेंगे, लेकिन पाकिस्तान से जुड़ा कोई मैच न तो समर्थन करेंगे, न उसका प्रचार। हमारी यह स्थिति शुरुआत से ही WCL टीम को स्पष्ट कर दी गई थी। भारत पहले—हमेशा।”
भारत-पाकिस्तान मैचों को लेकर देश में लगातार भावनात्मक और राजनीतिक प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। ऐसे में EaseMyTrip का यह रुख न केवल एक व्यावसायिक निर्णय है, बल्कि एक मजबूत सांकेतिक संदेश भी माना जा रहा है। अब देखना यह है कि WCL इस स्थिति से कैसे निपटता है और क्या यह सेमीफाइनल मुकाबला नियत तिथि पर खेला जा सकेगा।
