दिल्ली से आठ विद्यार्थी व्हाईटहैट जूनियर एवं रेकिट द्वारा आयोजित स्वस्थ भारत टेक चैंप्स के शीर्ष 50 राष्ट्रीय विजेताओं में चुने गए

चिरौरी न्यूज़

नई दिल्ली

  • बच्चों को डेटॉल बनेगा स्वस्थ इंडिया प्रोग्राम के तहत प्रेरणाप्रद मोबाईल एप्लीकेशन का निर्माण करने के लिए रेकिट की ओर से स्कॉलरशिप मिलेगी

‘व्हाईटहैट जूनियर स्वस्थ भारत टेक चैंप्स’ के शीर्ष 50 राष्ट्रीय विजेताओं में दिल्ली से 8 विद्यार्थी चुने गए हैं। यह प्रतियोगिता अग्रणी ग्लोबल कंज़्यूमर हैल्थ एवं हाईज़ीन कंपनी, रेकिट द्वारा प्रारंभ किए गए ‘डेटॉल बनेगा स्वस्थ इंडिया’ कार्यक्रम के तहत शुरू की गई थी। रेकिट और व्हाईटहैट जूनियर ने युवा पीढ़ी को टेक्नॉलॉजी का उपयोग कर हमारे देश की स्वास्थ्य व सेहत की समस्याओं का समाधान तलाशने की प्रेरणा देने के लिए इस साल गठबंधन किया था। इन आठ विजेताओं में से तीन, सानिभ गर्ग (10 साल), हिमाक्षी जैन (16 साल), आराध्या झा (8 साल) नई दिल्ली से हैं; 2 विजेता गुड़गांव से, आरुष गर्ग (13 साल) और धैर्य रुस्तगी (10 वर्ष); और एक-एक विजेता अन्य स्थानों से फरीदाबाद – अन्वी शर्मा (13 साल), नोएडा, सोहम सक्सेना (12 साल) और गाज़ियाबाद – गौरिका गुप्ता (13 साल) हैं।

इस कार्यक्रम में भारत में 700 से ज्यादा शहरों व कस्बों के 6 साल से 18 साल के आयु समूह के 10,700 से ज्यादा विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। सर्वश्रेष्ठ 50 विजेताओं ने कचरा प्रबंधन, कोविड-19 केयर एवं वैक्सीनेशन, सामुदायिक एवं व्यक्तिगत सेहत व स्वास्थ, मानसिक सेहत व माहवारी (विवरण संलग्नक में) आदि क्षेत्रों में विचारों की खोज की। इन 50 विजेताओं में से प्रत्येक को रेकिट द्वारा 50,000 रु. की स्कॉलरशिप दी गई तथा उन्हें डेटॉल एवं एनडीटीवी के स्वस्थ भारत संपन्न भारत टेलीथॉन में सुपरस्टार एवं डेटॉल बनेगा स्वस्थ इंडिया अभियान के एम्बेसडर अमिताभ बच्चन से मिलने का अवसर मिला।

बच्चों से बात करते हुए, अमिताभ बच्चन ने कहा, ‘‘बच्चों का दिमाग बहुत अद्भुत तरीके से काम करता है। जहां व्यस्कों को बाधाएं दिखाई देती हैं, वहां पर बच्चों को संभावनाएं दिखती हैं। युवा विजेताओं द्वारा हैल्थ व हाईज़ीन की समस्याओं का समाधान करने वाले ऐप के विचार देखकर मेरे मन में भारत के भविष्य की उम्मीद जाग गई। आज के ये युवा क्रिएटर भविष्य के अन्वेषक एवं लीडर बनने वाले हैं। इन युवा क्रिएटर्स के साथ बात करना मेरे लिए एक बेहतरीन अनुभव था और मैं इन सभी के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूँ।’’

तृप्ति मुक्कर, सीईओ, व्हाईटहैट जूनियर ने कहा, ‘‘आज के बच्चे खुद की अभिव्यक्ति, अपने विचारों को आकार देने और वास्तविक समाधानों के निर्माण के लिए टेक्नॉलॉजी का इस्तेमाल कर रहे हैं। व्हाईटहैट जूनियर स्वस्थ भारत टेक चैंप्स प्रोग्राम इस अद्भुत अभियान को बल दे रहा है। बच्चों ने स्वास्थ्य की सबसे गंभीर समस्याओं का समाधान करने के लिए अनेक तरीकों से प्रतिक्रिया दी। कुछ दवाईयां दान करने या स्वैच्छिक सेवा देने का काम करना चाहते थे, कुछ सेल्फ-हैल्प के साधन प्रस्तुत करके उन्हें समर्थ बनाना चाहते थे ताकि उनके व्यक्तिगत स्वास्थ्य में सुधार आए। कुछ विशेष समस्याओं पर जागरुकता बढ़ाकर या सामुदायिक सहयोग को संगठित करके समाज की समस्याओं को हल करना चाहते थे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम इन प्रतिभाओं को प्रकाश में लाने के लिए उत्साहित हैं। बच्चों को क्रिएटर्स बनते देखकर महसूस होता है कि व्हाईटहैट जूनियर के लिए हम जो मेहनत कर रहे हैं, उसका फल मिलने लगा है।’’

रेकिट साउथ एशिया के सीनियर वाईस प्रेसिडेंट, गौरव जैन ने कहा, ‘‘पिछले सालों में डेटॉल बनेगा स्वस्थ इंडिया कार्यक्रम ने लोगों को स्वच्छ व सेहतमंद बनाने के लिए अच्छी आदतें अपनाने के लिए प्रेरित किया है। डिजिटल युग में व्हाईटहैट जूनियर स्वस्थ भारत टेक चैंप्स प्रोग्राम ने हमें युवाओं को संलग्न व प्रेरित करने में मदद की है, ताकि सेहत व स्वास्थ्य के प्रति हमारे दृष्टिकोण में परिवर्तन लाया जा सके। टेक्नॉलॉजी एवं क्रिएटिव थिंकिंग के इस बेहतरीन मिश्रण ने आकर्षक विचार प्रस्तुत किए हैं। यही क्रिएटिव थिंकिंग है, जो हमें दीर्घकाल में स्वस्थ भारत के निर्माण में मदद कर सकती है।’’

इन आठ विजेताओं द्वारा विकसित किए गए ऐप्स में व्यक्तिगत स्वास्थ्य व सेहत बनाए रखने से लेकर पर्यावरण को स्वच्छ रखने तक के लिए टेक्नॉलॉजी व क्रिएटिव थिंकिंग का समावेश किया गया है ताकि समाज की महत्वपूर्ण समस्याओं को हल करने में मदद मिले। दिल्ली से आठ विजेताओं में शामिल हैंः

* विद्यार्थियों ने भारत को स्वस्थ व हाईज़िनिक बनाने के लिए प्रोटोटाईप एप्लीकेशंस विकसित कीं।

विद्यार्थी का नाम ऐप का नाम     विवरण
सानिभ गर्ग  सेफ बचपन सानिभ का ऐप ‘सेफ बचपन’ 5 साल से कम उम्र के बच्चों के टीकाकरण एवं वृद्धि का रिकॉर्ड रखने में मदद करता है।

 

हिमाक्षी जैन रेड थ्रेड हिमाक्षी के ऐप ‘रेड थ्रेड’ का उद्देश्य यूज़र्स को एक जर्नल की मदद से माहवारी की प्रक्रिया की जानकारी देना और उन्हें अपनी माहवारी का चार्ट बनाने में मदद करना है।

 

 

आराध्या झा     गारबेज़ 2.0 आराध्या द्वारा विकसित ‘गारबेज़ 2.0’ नागरिकों को अधिकारियों तक कचरे के ढेर की सूचना पहुंचाने में मदद करेगा, ताकि उसे समय पर हटाया जा सके।
आरुष गर्ग डेटॉल वॉरियर्स      ‘डेटॉल वॉरियर्स’ एक गेम है, जिसमें डेटॉल मुख्य किरदार है, जो छोटे जर्म्स एवं शक्तिशाली जर्म जॉम्बीज़ को नष्ट करता है। आरुष इन दिलचस्प गेम द्वारा जर्म्स को दूर करने के लिए नियमित तौर से साबुन से हाथ धोने का संदेश देना चाहते हैं।

 

धैर्य रुस्तगी O2-4us धैर्य के ऐप ‘ओ2फॉरअस’ का उद्देश्य लोगों को ऑक्सीजन सिलेंडर तलाशने एवं स्पेयर सिलेंडर डोनेट करने के इच्छुकों से जोड़ना है।
अन्वी शर्मा     स्विच2ब्लिस अन्वी के ‘स्विचटूब्लिस’ का उद्देश्य लोगों को लत की समस्या से निकालकर उत्पादक कामों में लगाना और नई आदतों का विकास करना है, ताकि वो अपनी लत को छोड़ सकें।
सोहम सक्सेना हैबिटसियम सोहम का ऐप ‘हैबिटसियम’ यूज़र्स को अपनी फिज़िकल गतिविधि एवं फूड इनटेक का रिकॉर्ड रखने में मदद करता है ताकि उन्हें सेहतमंद जिंदगी जीने में मदद मिले।
गौरिका गुप्ता नेचर बडीज़ गौरिका के ऐप ‘नेचर बडीज़’ का उद्देश्य समान विचार वाले लोगों को संगठित करना और समुदाय आधारित स्वच्छता अभियानों के लिए प्रेरित करना है।

 

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