विदेश सचिव ने पहलगाम हमले में पाकिस्तान की संलिप्तता के पक्के सबूत पेश किए, संसद समिति को दी ब्रीफिंग

Foreign Secretary presented strong evidence of Pakistan's involvement in Pahalgam attack, briefed Parliamentary committeeचिरौरी न्यूज

नई दिल्ली: विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने सोमवार को संसद की विदेश मामलों की स्थायी समिति को बताया कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुआ हालिया आतंकी हमला पूरी तरह से सीमा पार से निर्देशित था। सूत्रों के अनुसार, आतंकवादी पाकिस्तान में बैठे मास्टरमाइंड्स के सीधे संपर्क में थे।

एक विस्तृत और कठोर ब्रीफिंग के दौरान, मिस्री ने जांच में सामने आए ठोस सबूतों का हवाला देते हुए पाकिस्तान की भूमिका को उजागर किया और बताया कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकी, पाकिस्तान की धरती पर आज भी स्वतंत्र रूप से काम कर रहे हैं और भारत के खिलाफ हिंसा फैलाने में सक्रिय हैं।

उन्होंने यह भी बताया कि पाकिस्तानी आतंकी संगठनों, उसकी सैन्य खुफिया एजेंसियों और नागरिक प्रशासन के कुछ तत्वों के बीच एक संस्थागत गठजोड़ है। सूत्रों के मुताबिक, उन्होंने कहा, हमारे पास सिर्फ कहानियां नहीं, बल्कि ठोस तथ्य और सबूत हैं।”

विदेश सचिव ने स्पष्ट किया कि जम्मू-कश्मीर से संबंधित मामलों में किसी भी विदेशी देश को हस्तक्षेप करने का कोई अधिकार नहीं है, और यह भारत की संप्रभुता का मुद्दा है।

जब समिति के सदस्यों ने ऑपरेशन ‘सिंदूर’ को लेकर सवाल किए, तो मिस्री ने स्पष्ट किया कि यह पूरी तरह पारंपरिक सैन्य कार्रवाई थी। भारत ने पाकिस्तान के किसी भी परमाणु ढांचे को निशाना नहीं बनाया और पाकिस्तान की ओर से कोई परमाणु धमकी नहीं दी गई।

मिस्री ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उन दावों को खारिज कर दिया जिसमें उन्होंने संघर्ष विराम में मध्यस्थता का दावा किया था। उन्होंने कहा कि यह भारत और पाकिस्तान के बीच एक द्विपक्षीय निर्णय था, और ट्रंप केवल सुर्खियां बटोरने के लिए” चर्चा में आए थे।

साथ ही, उन्होंने स्पष्ट किया कि विदेश मंत्री एस. जयशंकर की टिप्पणी को गलत संदर्भ में लिया गया था। यह ऑपरेशन सिंदूर के पहले चरण से संबंधित थी, जब भारत ने 6-7 मई को नौ आतंकी शिविरों पर हमला किया था और पाकिस्तान को बाद में सूचित किया गया।

समिति की अध्यक्षता कर रहे कांग्रेस सांसद शशि थरूर सहित सभी दलों ने विदेश सचिव विक्रम मिस्री और उनके परिवार के खिलाफ ऑनलाइन ट्रोलिंग की सर्वसम्मति से निंदा करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया। यह प्रस्ताव भारत के शीर्ष राजनयिक को सभी राजनीतिक दलों का समर्थन दर्शाता है।

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