पूर्व कप्तान विजयन को मिला पद्मश्री पुरस्कार, भारतीय फुटबॉल प्रशंसकों को समर्पित किया सम्मान

चिरौरी न्यूज
कोच्चि: भारतीय फुटबॉल के दिग्गज और पूर्व कप्तान इनिवलप्पिल मणि विजयन को प्रतिष्ठित पद्मश्री पुरस्कार से नवाजा गया है। उन्होंने इस चौथे सबसे बड़े नागरिक सम्मान को भारतीय फुटबॉल प्रशंसकों के नाम समर्पित किया, जिनकी दीवानगी और समर्थन ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया।
विजयन, जो भारतीय फुटबॉल के 1990s के सबसे कुशल और प्रभावशाली आक्रमणकारी खिलाड़ी रहे हैं, पद्मश्री से सम्मानित होने वाले नौवें भारतीय फुटबॉलर हैं। उनसे पहले गोष्ठो पॉल, शैलन मन्ना, चूनी गोस्वामी, पीके बनर्जी, बैचुंग भूटिया, सुनील छेत्री, बेम्बेम देवी, और ब्राह्मणंद संखवालकर को यह सम्मान प्राप्त हुआ था।
पुरस्कार की घोषणा शनिवार शाम को की गई और उसके बाद विजयन का फोन बधाई संदेशों से भर गया। केरल के मुख्यमंत्री, खेल मंत्री, वरिष्ठ राजनेता, सरकारी अधिकारी, फुटबॉल के अधिकारी, वर्तमान और पूर्व खिलाड़ी, तथा उनके दोस्त भी उन्हें बधाई देने के लिए फोन करने वालों में शामिल थे।
इस प्रतिष्ठित सम्मान के बावजूद विजयन ने यह नहीं भूला कि यह उपलब्धि उन्हें भारतीय फुटबॉल प्रेमियों के कारण मिली। उन्होंने कहा, “मैं यह पुरस्कार देशभर के फुटबॉल प्रेमियों को समर्पित करता हूं। मैं नहीं जानता कि मैं फुटबॉलर के तौर पर कितना अच्छा था, लेकिन जो प्यार मुझे प्रशंसकों से मिला, वह मेरी सबसे बड़ी उपलब्धि थी।”
विजयन, जिन्होंने 1991 में रोमानिया के खिलाफ नेहरू कप में अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की, भारतीय फुटबॉल के सबसे बड़े सितारों में से एक माने जाते हैं। उन्होंने 88 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 39 गोल किए और भारत के सबसे तेज हैट्रिक (1999 SAF खेलों में पाकिस्तान के खिलाफ) का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया।
यह पुरस्कार विजयन के शानदार करियर में एक और बड़ा उपलब्धि है, जिसमें तीन बार एआईएफएफ प्लेयर ऑफ द ईयर और 2003 में अर्जुन पुरस्कार भी शामिल है।