पूर्व भारतीय स्पिनर दिलीप दोषी का निधन, क्रिकेट जगत में शोक की लहर
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: भारत के पूर्व बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज दिलीप दोषी का 77 वर्ष की उम्र में लंदन में निधन हो गया। उनके निधन का कारण हृदय संबंधी समस्याएं बताई गई हैं। दोषी अपने पीछे पत्नी कालिंदी, बेटा नयन दोषी (पूर्व फर्स्ट क्लास क्रिकेटर, जो सरे और सौराष्ट्र के लिए खेल चुके हैं) और बेटी विशाखा को छोड़ गए हैं।
30 की उम्र में किया था टेस्ट डेब्यू
22 दिसंबर 1947 को राजकोट में जन्मे दिलीप दोषी ने क्रिकेट में एक अनूठा सफर तय किया। उन्होंने 11 सितंबर 1979 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 30 वर्ष की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया। उम्र भले ही अधिक थी, लेकिन उनके प्रदर्शन ने सभी को प्रभावित किया। उन्होंने 33 टेस्ट और 15 वनडे मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया और 114 टेस्ट विकेट अपने नाम किए। उनका टेस्ट औसत 30.71 रहा और उन्होंने 6 बार पारी में पांच विकेट लेने का कारनामा किया।
बीसीसीआई और क्रिकेट दिग्गजों ने दी श्रद्धांजलि
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने उनके निधन की पुष्टि करते हुए कहा, “बीसीसीआई पूर्व भारतीय स्पिनर दिलीप दोषी के निधन पर शोक व्यक्त करता है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे।”
पूर्व भारतीय विकेटकीपर पार्थिव पटेल ने X (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, “दिलीप अंकल के बारे में सुनकर दिल टूट गया है, अब भी सदमे में हूं… वह सच में खास थे। नयन, आप सभी के लिए प्यार और ताकत की कामना करता हूं।”
पूर्व कप्तान और कोच रवि शास्त्री ने कहा, “दिलीप दोषी के निधन की खबर बेहद दुखद है। वे हमेशा सलीकेदार, शालीन और बेहतरीन गेंदबाज थे। परिवार के प्रति संवेदनाएं।”
महान स्पिनर अनिल कुंबले ने लिखा, “दिलीप भाई के निधन की खबर से दिल टूट गया। भगवान उनके परिवार और दोस्तों को यह दुख सहन करने की शक्ति दें। नयन, तुम्हारे साथ हूं मेरे दोस्त।”
एक सच्चे ‘जेंटलमैन’ गेंदबाज
दिलीप दोषी अपनी क्लासिक लेफ्ट आर्म स्पिन, सटीक नियंत्रण और अनुशासित गेंदबाजी के लिए जाने जाते थे। 1979 से 1983 के बीच भारतीय टीम के संक्रमण काल में वे गेंदबाजी आक्रमण की रीढ़ थे। दिलीप दोषी न केवल एक शानदार गेंदबाज थे, बल्कि एक सच्चे ‘जेंटलमैन ऑफ द गेम’ भी थे। उनके निधन से भारतीय क्रिकेट ने एक महान शख्सियत को खो दिया है। पूरा क्रिकेट जगत इस अपूरणीय क्षति से शोक में डूबा हुआ है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे।