भारत के सर्वकालिक महान एथलीट बनने की राह पर ‘गोल्डन बॉय’ नीरज चोपड़ा

चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: भारत के गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा ने रविवार को बुडापेस्ट में इतिहास रच दिया। नीरज विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाले देश के पहले एथलीट बन गए।
नीरज चोपड़ा ने पुरुषों की भाला फेंक के फाइनल में पाकिस्तान के अरशद नदीम को 88.17 मीटर के थ्रो के साथ हराकर पोडियम के शीर्ष पर जगह बनाई और अपने शानदार करियर में एक और महत्वपूर्ण पदक हासिल किया।
टोक्यो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता का मुकाबला दुनिया भर के कुछ सर्वश्रेष्ठ जेवलीन थ्रो खिलाड़ियों से था। लेकिन उनका दूसरा प्रयास फाइनल में उनके लिए स्वर्ण पदक सुरक्षित करने के लिए पर्याप्त था। महज 25 साल की उम्र में, नीरज ने अब दुनिया की लगभग सभी प्रमुख एथलेटिक्स स्पर्धाओं में पदक जीते हैं। वह भारत के सर्वकालिक महान एथलीटों में से एक के रूप में अपनी पहचान स्थापित कर ली है।
नीरज चोपड़ा की टॉप उपलब्धि:
ओलंपिक स्वर्ण
नीरज चोपड़ा ट्रैक और फील्ड स्पर्धा में ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतने वाले एकमात्र भारतीय बने हुए हैं। उन्होंने टोक्यो ओलंपिक 2020 में 87.58 मीटर के थ्रो के साथ गोल्ड मेडल जीता। वह अभिनव बिंद्रा के बाद ओलंपिक में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाले एकमात्र दूसरे भारतीय हैं।
विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण और रजत
नीरज चोपड़ा रविवार को एथलेटिक्स विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय बन गए। उनके 88.17 मीटर के स्वर्ण-विजेता थ्रो ने उन्हें शीर्ष पर आने में मदद की। पिछले साल विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने के बाद अब उनके नाम पर दो विश्व चैंपियनशिप पदक हैं।
राष्ट्रमंडल खेलों का स्वर्ण
नीरज चोपड़ा राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय जेवलीन थ्रो खिलाड़ी थे। उन्होंने 2018 में गोल्ड कोस्ट में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की। वह राष्ट्रमंडल खेलों में एथलेटिक्स में स्वर्ण पदक जीतने वाले केवल चौथे भारतीय बने।
डायमंड लीग खिताब
नीरज चोपड़ा ने अब तक अपने करियर में दो डायमंड लीग खिताब जीते हैं। उन्होंने अपना पहला डायमंड लीग खिताब जीतने के लिए अगस्त 2022 में लॉज़ेन लेग जीता। उन्होंने इस साल की शुरुआत में 87.66 मीटर के थ्रो के साथ लगातार दूसरी बार इसे जीता।
एशियाई खेलों का स्वर्ण
नीरज चोपड़ा ने 2018 में अपना पहला एशियाई खेलों का स्वर्ण पदक जीता। वह अपना ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़कर एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय भाला फेंक खिलाड़ी बने।