“हुक्का लगाने की आदत नहीं है…”: एमएस धोनी पर इरफान पठान की पुरानी टिप्पणी वायरल
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: पूर्व भारतीय ऑलराउंडर इरफ़ान पठान ने हाल ही में एक पुराने इंटरव्यू में महेंद्र सिंह धोनी के साथ अपने संबंधों और टीम में अपने भविष्य को लेकर खुलकर बात की। यह इंटरव्यू अब सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है, जिसमें इरफ़ान ने 2008 में धोनी से हुई एक अहम बातचीत का ज़िक्र किया।
इरफ़ान पठान ने बताया कि 2008 की ऑस्ट्रेलिया सीरीज़ के दौरान मीडिया में यह बात सामने आई थी कि कप्तान धोनी उनकी गेंदबाज़ी से संतुष्ट नहीं हैं। इस पर सफाई मांगते हुए जब इरफ़ान ने धोनी से बात की, तो उन्हें जवाब मिला कि “ऐसा कुछ नहीं है, सब कुछ योजना के मुताबिक़ चल रहा है।”
इरफ़ान ने कहा, “कभी-कभी मीडिया में बयानों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जाता है, इसलिए मैं भी स्पष्टीकरण देना चाहता था। लेकिन जब आपको ऐसा जवाब मिलता है, तो आप समझ जाते हैं कि आपने जो करना था, वो कर दिया। उसके बाद अगर आप बार-बार पूछते रहें, तो वह आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाने जैसा होता है।”
हालाँकि, इस बातचीत के बावजूद इरफ़ान धीरे-धीरे टीम इंडिया से बाहर होते गए। 2012 में अपने आखिरी वनडे मैच में 5 विकेट लेने के बावजूद उन्हें दोबारा मौका नहीं मिला।
इस इंटरव्यू में इरफ़ान ने एक तीखी टिप्पणी भी की, जिसमें उन्होंने धोनी पर अप्रत्यक्ष रूप से तंज कसते हुए कहा, “मैं ऐसा इंसान नहीं हूँ जो किसी को खुश करने के लिए उसके कमरे में हुक्का लगाऊं। मेरा काम मैदान पर प्रदर्शन करना था, और मैं उसी पर ध्यान देता था।”
इरफ़ान की यह टिप्पणी क्रिकेट जगत में हलचल मचा रही है। जहां एक ओर कई फैन्स उन्हें समर्थन दे रहे हैं, वहीं कुछ लोग इसे धोनी के प्रति कटाक्ष के रूप में देख रहे हैं।
यह बयान एक बार फिर यह सवाल उठाता है कि क्या भारतीय टीम में चयन केवल प्रदर्शन के आधार पर होता है, या फिर टीम में जगह बनाए रखने के लिए ‘टीम बॉन्डिंग’ जैसे अनौपचारिक पहलुओं की भी भूमिका होती है?
इरफ़ान पठान, जिन्होंने भारत के लिए 120 वनडे और 29 टेस्ट खेले, अब क्रिकेट कमेंट्री और विश्लेषण में सक्रिय हैं, लेकिन उनका यह इंटरव्यू भारतीय क्रिकेट की पुरानी परतों को फिर से उधेड़ रहा है।