भारत ने जीत के मुँह से छीना मैच, लेकिन जडेजा-सुंदर को सलाम: स्टोक्स ने जताई नाराज़गी, फिर की भारतीय बल्लेबाज़ों की तारीफ़

चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: चौथे टेस्ट में रोमांचक ड्रॉ के बाद इंग्लैंड कप्तान बेन स्टोक्स ने भारत के रवैये को लेकर नाराज़गी जताई, लेकिन साथ ही रविंद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर की साहसिक बल्लेबाज़ी की खुलकर तारीफ़ भी की।
स्टोक्स ने मैच के अंतिम घंटे में ड्रॉ घोषित करने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन भारतीय जोड़ी जडेजा-सुंदर अपने शतक के बेहद करीब थे। भारत ने ड्रॉ को तब तक टाल दिया जब तक दोनों बल्लेबाज़ अपने-अपने शतक नहीं पूरे कर पाए। इससे स्टोक्स कुछ झुंझलाए हुए नजर आए।
“मैच का नतीजा तय था, मैं अपने प्रमुख गेंदबाज़ों को जोखिम में नहीं डालने वाला था। डॉसन ने बहुत ओवर फेंके थे और उनका शरीर थक चुका था,” स्टोक्स ने पोस्ट-मैच प्रेजेंटेशन में कहा। इस दौरान उन्होंने अपने स्पिनरों की थकावट का हवाला देते हुए जो रूट और हैरी ब्रूक से गेंदबाज़ी करवाई।
स्टोक्स, जिन्होंने मैच में एक शतक और पांच विकेट लिए, ने अफसोस जताते हुए कहा, “मैं ये सब प्रदर्शन उस नतीजे के बदले में वापस दे देता जो हम चाहते थे।”
मैच की शुरुआत में भारत ने पहले ही ओवर में यशस्वी जायसवाल और साई सुदर्शन के विकेट गंवा दिए थे, जिससे उनकी हार लगभग तय मानी जा रही थी। लेकिन फिर केएल राहुल और शुभमन गिल ने मोर्चा संभाला, और बाद में सुंदर-जडेजा की 223 रनों की अटूट साझेदारी ने मुकाबले को ड्रा की ओर मोड़ दिया। हालांकि मैच के अंत में कुछ गर्मागर्म पल देखने को मिले, लेकिन स्टोक्स ने भारतीय खिलाड़ियों की दृढ़ता को सराहा।
“जडेजा और सुंदर ने जिस परिस्थिति में बल्लेबाज़ी की, उसके लिए उन्हें पूरा श्रेय देना होगा। ये सीरीज़ अब तक जबरदस्त रही है — एक-दूसरे को चुनौती देते हुए दोनों टीमें बराबरी से लड़ रही हैं। हमने सब कुछ झोंक दिया, लेकिन भारत ने दबाव बखूबी झेला,” स्टोक्स ने माना।
अब सीरीज़ 2-1 की स्थिति में है और अंतिम टेस्ट गुरुवार से ओवल में खेला जाएगा, जो निर्णायक साबित हो सकता है।