सिडनी आतंकी हमले की कड़ी निंदा, आतंकवाद पर भारत-इज़राइल की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति: एस. जयशंकर
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने ऑस्ट्रेलिया के सिडनी स्थित बॉन्डी बीच पर हनुक्का उत्सव के दौरान हुए आतंकी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है। उन्होंने कहा कि भारत और इज़राइल दोनों की आतंकवाद के प्रति ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति है और दोनों देश इस साझा चुनौती से मिलकर मुकाबला करेंगे।
इज़राइल की दो दिवसीय यात्रा पर मंगलवार को पहुंचे जयशंकर ने अपने इज़राइली समकक्ष गिडियन मोशे सआर के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता में हमले में मारे गए लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा, “हनुक्का समारोह के दौरान हुए इस आतंकी हमले में जान गंवाने वालों के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएं हैं। हम इस हमले की सबसे कड़े शब्दों में निंदा करते हैं।”
इस हमले में कम से कम 15 लोगों की मौत हुई और 40 से अधिक लोग घायल हुए। हमले को दो बंदूकधारियों ने अंजाम दिया, जिनमें 50 वर्षीय साजिद अकरम और उसका 24 वर्षीय ऑस्ट्रेलियाई पुत्र नावीद अकरम शामिल हैं। साजिद अकरम 27 वर्ष पहले ऑस्ट्रेलिया गया था और उसके पास भारतीय पासपोर्ट था।
जयशंकर ने आतंकवाद के खिलाफ भारत को इज़राइल के निरंतर समर्थन के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी पिछले एक दशक में काफी मजबूत हुई है। उन्होंने कहा, “हमारी साझेदारी सरकार से सरकार (G2G), व्यवसाय से व्यवसाय (B2B) और लोगों से लोगों (P2P) के स्तर पर विकसित हुई है। आज बहुत से क्षेत्र हैं, जहां हमारा सहयोग फैला हुआ है।”
उन्होंने भारत-इज़राइल को ‘पूरक साझेदार’ बताते हुए कहा कि दोनों देशों को इस साझेदारी की पूरी क्षमता का उपयोग करना चाहिए। जयशंकर ने गाजा शांति योजना के प्रति भारत के समर्थन को भी दोहराया और उम्मीद जताई कि इससे स्थायी और टिकाऊ शांति का मार्ग प्रशस्त होगा।
बाद में सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए जयशंकर ने कहा कि उन्होंने अपने इज़राइली समकक्ष को आतंकी हमले पर गहरी संवेदना व्यक्त की और आतंकवाद के खिलाफ साझा संकल्प को दोहराया। उन्होंने रणनीतिक साझेदारी, क्षेत्रीय हालात और गाजा शांति प्रयासों पर सार्थक चर्चा की जानकारी भी दी।
जयशंकर की यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है, जब इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की प्रस्तावित भारत यात्रा की तैयारियां चल रही हैं। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नेतन्याहू के बीच फोन पर बातचीत हुई थी, जिसके बाद नेतन्याहू ने कहा था कि दोनों नेता जल्द मुलाकात करेंगे।
अपनी यात्रा के दौरान जयशंकर इज़राइल के राष्ट्रपति आइजैक हर्ज़ोग और प्रधानमंत्री नेतन्याहू से भी मुलाकात करेंगे। सूत्रों के अनुसार, इन बैठकों में द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा कर रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करने पर जोर रहेगा।
इससे पहले जयशंकर अबू धाबी से तेल अवीव पहुंचे, जहां उन्होंने सर बनी यास फोरम में हिस्सा लिया था। उन्होंने 16वीं भारत-यूएई संयुक्त आयोग बैठक और भारत-यूएई रणनीतिक संवाद में भी भाग लिया।
हाल के महीनों में भारत-इज़राइल संबंधों में तेजी आई है। दोनों देशों के बीच मुक्त व्यापार समझौते (FTA) की दिशा में प्रगति हो रही है। रक्षा क्षेत्र में उन्नत तकनीक के सह-विकास और सह-उत्पादन के लिए एक अहम समझौता भी हाल ही में हुआ है। इसके अलावा सांस्कृतिक और शैक्षणिक सहयोग को बढ़ाने के लिए फिल्म महोत्सव, नृत्य कार्यक्रम और अकादमिक आदान-प्रदान जैसे प्रयास किए जा रहे हैं। सोमवार को भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (ICCR) और तेल अवीव विश्वविद्यालय के बीच भारत चेयर स्थापित करने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए गए।
