भारत की जीडीपी पहली तिमाही में 6.1% से बढ़कर 7.8%
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा गुरुवार, 31 अगस्त को साझा किए गए आंकड़ों से पता चलता है कि चालू वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही यानी अप्रैल-जून तिमाही में भारत का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) बढ़कर 7.8 प्रतिशत हो गया।
पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 6.1 फीसदी रही थी।
गौरतलब है कि भारतीय रिजर्व बैंक ने अप्रैल-जून तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 7.8 फीसदी रहने का अनुमान लगाया था। भारतीय स्टेट बैंक के अर्थशास्त्रियों ने विकास दर 8.3 प्रतिशत आंकी है।
हालांकि यह पिछले वर्ष की पहली तिमाही में 13.5 प्रतिशत जीडीपी वृद्धि से कम है, भारत की अर्थव्यवस्था स्थिर गति से बढ़ रही है और आगामी त्योहारी सीजन के दौरान इसमें और सुधार होने की संभावना है।
इस बीच, 2023-24 के पहले चार महीनों में केंद्र का राजकोषीय घाटा पूरे साल के लक्ष्य का 33.9 प्रतिशत तक पहुंच गया, जैसा कि सरकारी आंकड़ों ने सोमवार को दिखाया।
लेखा महानियंत्रक (सीजीए) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, पूर्ण रूप से, राजकोषीय घाटा – व्यय और राजस्व के बीच का अंतर – जुलाई के अंत तक 6.06 लाख करोड़ रुपये था। वित्तीय वर्ष 2022-23 की इसी अवधि में घाटा बजट अनुमान (बीई) का 20.5 प्रतिशत था।
गुरुवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, कोयला, कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस के उत्पादन में विस्तार के कारण जुलाई 2023 में आठ प्रमुख बुनियादी ढांचा क्षेत्रों की वृद्धि बढ़कर 8 प्रतिशत हो गई, जो पिछले साल इसी महीने में 4.8 प्रतिशत थी।