730 करोड़ के जीएसटी धोखाधड़ी मामले में जांच एजेंसी ईडी का 12 जगहों पर छापे
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली:प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को झारखंड, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र में फैले 12 स्थानों पर फर्जी जीएसटी चालान से जुड़े एक मामले में व्यापक तलाशी अभियान चलाया। यह कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के प्रावधानों के तहत की जा रही है।
यह मामला बड़े पैमाने पर वित्तीय धोखाधड़ी से संबंधित है, जिसमें फर्जी संस्थाओं और अनधिकृत वित्तीय नेटवर्क शामिल हैं, जिनका कथित तौर पर फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) का दावा करने और अवैध आय को सफेद करने के लिए इस्तेमाल किया गया था। मास्टरमाइंड शिव कुमार देवड़ा सहित आरोपियों ने कथित तौर पर लगभग 5,000 करोड़ रुपये के फर्जी चालान तैयार किए, जिसके परिणामस्वरूप 730 करोड़ रुपये से अधिक के अयोग्य इनपुट टैक्स क्रेडिट दावे हुए।
इस गिरोह के मास्टरमाइंड माने जाने वाले देवड़ा को मई 2025 में गिरफ्तार किया गया था और बाद में पिछले महीने इस रैकेट को अंजाम देने में उनकी केंद्रीय भूमिका के लिए आरोप पत्र दायर किया गया था।
जाँच एजेंसी के अनुसार, नई तलाशी नए और विश्वसनीय सबूतों पर आधारित है, जो कई अतिरिक्त व्यक्तियों और संस्थाओं की संलिप्तता की ओर इशारा करते हैं, जिन पर अपराध की आय के प्रवाह और परतों को सुगम बनाने का संदेह है। इस अभियान का उद्देश्य व्यापक धन-स्रोत का पता लगाना, प्रमुख लाभार्थियों की पहचान करना और अपराध-सिद्ध सामग्री ज़ब्त करना था।
अधिकारियों ने बताया कि कर धोखाधड़ी के मामलों में नकली चालान और मुखौटा कंपनियों का इस्तेमाल एक आम कार्यप्रणाली के रूप में उभरा है, और यह विशेष मामला सख्त वित्तीय निगरानी तंत्र की आवश्यकता को रेखांकित करता है।
एजेंसी ने आज की कार्रवाई में ज़ब्ती या गिरफ़्तारी (यदि कोई हो) का विवरण नहीं दिया है, लेकिन पुष्टि की है कि आगे की जाँच जारी है। जैसे-जैसे तलाशी अभियान आगे बढ़ेगा और वित्तीय संबंध स्थापित होंगे, और भी प्रगति की उम्मीद है।
यह जाँच एजेंसी ईडी द्वारा सार्वजनिक राजस्व की हेराफेरी करने के लिए वित्तीय प्रणालियों का दुरुपयोग करने वाले आर्थिक अपराधियों पर जारी कार्रवाई का एक हिस्सा है।
