खालिस्तानी आतंकवादी पन्नू ने भारतीय सिख सेना के जवानों के लिए भड़काऊ संदेश पोस्ट किया

Khalistani terrorist Pannu posted provocative message for Indian Sikh Army soldiers
(Pic: Twitter)

चिरौरी न्यूज

नई दिल्ली: प्रतिबंधित संगठन ‘सिख्स फॉर जस्टिस’ के सरगना और खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक बार फिर विवादास्पद बयान देते हुए भारतीय सेना के सिख जवानों से अपील की है कि वे पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध में हिस्सा न लें। पन्नू ने दावा किया कि पाकिस्तान “सिखों और खालिस्तान के लिए दोस्ताना देश” है और भारत यदि पाकिस्तान पर हमला करता है, तो यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत की “अंतिम लड़ाई” होगी।

“अगर भारत पाकिस्तान पर हमला करता है, तो यह भारत और पीएम मोदी के लिए अंतिम युद्ध होगा। भारतीय पंजाब की तरफ के पंजाबी पाकिस्तानी सेना के लिए लंगर परोसेंगे,” पन्नू ने अपने भड़काऊ वीडियो संदेश में कहा, जिसकी जानकारी पाकिस्तान के अखबार डॉन ने दी है।

पन्नू ने सिख सैनिकों से अपील करते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि वे “नरेंद्र मोदी की युद्ध उन्मादी नीतियों” को ना कहें। उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान सिखों का दुश्मन नहीं बल्कि मित्र राष्ट्र है।

“अब वक्त है मोदी के युद्ध उन्माद को ना कहने का। पाकिस्तान आपका दुश्मन नहीं है, वह एक दोस्ताना देश है, और जब खालिस्तान बनेगा, तब वह हमारा पड़ोसी होगा,” पन्नू ने कहा।

यह बयान ऐसे समय में आया है जब जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें 25 भारतीय नागरिक शामिल थे। इस हमले की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा हुई है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमले के बाद भारतीय सेना को “पूर्ण परिचालन स्वतंत्रता” दे दी है कि वह हमले के जवाब का तरीका, समय और स्थान खुद तय करे।

भारत के संभावित सैन्य जवाबी कार्रवाई की खबरों के बीच पाकिस्तान के कई मंत्रियों ने दावा किया है कि भारत की ओर से हमला कभी भी हो सकता है। इस बीच, पाकिस्तान के शेयर बाजार में भी गिरावट दर्ज की गई है।

गौरतलब है कि पहलगाम हमले की जिम्मेदारी पहले पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ ने ली थी, लेकिन भारत की सख्त प्रतिक्रिया के बाद संगठन ने इससे पल्ला झाड़ लिया।

पन्नू का बयान देश के सैनिकों और आम लोगों में रोष का कारण बन रहा है। सुरक्षा विशेषज्ञ इसे भारतीय सेना में फूट डालने की एक नाकाम और खतरनाक कोशिश बता रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *