मनोज बाजपेयी ने शारदा सिन्हा के निधन पर शोक व्यक्त किया, कहा- “वह भोजपुरी संगीत की सच्ची लेजेंड थीं”
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: बॉलीवुड अभिनेता मनोज बाजपेयी ने बुधवार को प्रसिद्ध भोजपुरी और लोक गायिका शारदा सिन्हा के निधन पर शोक व्यक्त किया। 72 साल की उम्र में शारदा सिन्हा का निधन 5 नवम्बर को हुआ। अभिनेता ने शारदा सिन्हा को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें भोजपुरी संगीत की सच्ची लेजेंड करार दिया।
मनोज बाजपेयी ने सबसे पहले अपनी शोक संदेश सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर साझा किया, जिसमें उन्होंने शारदा सिन्हा के बेटे अंशुमान द्वारा दी गई जानकारी को पोस्ट किया। अंशुमान ने हिंदी में एक पोस्ट साझा करते हुए लिखा था: “आप सभी हमेशा माँ के लिए दुआ और प्यार करेंगे। छठी मइया ने माँ को अपने पास बुला लिया है। वह अब हमारे बीच नहीं हैं।”
इसके बाद मनोज बाजपेयी ने ट्वीट कर शारदा सिन्हा को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लिखा: “बहुत दुखद समाचार! अपनी गायकी से भोजपुरी संगीत और गायकी को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मंच पर ले जाने वाली महान गायिका शारदा जी को नमन। भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें। ओम शांति।”
इसके बाद अभिनेता ने इंस्टाग्राम स्टोरी पर भी शारदा सिन्हा को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए लिखा: “शारदा सिन्हा जी को अलविदा, जो भोजपुरी और लोक संगीत की सच्ची लेजेंड थीं, जिनकी आवाज़ ने बिहार की समृद्ध परंपराओं को संजीवनी दी। ‘काहे तो से ए सजना’ से लेकर उनकी प्रतिष्ठित छठ पूजा गीतों तक, उनका योगदान हमेशा अमर रहेगा। ओम शांति। शारदा सिन्हा #BhojpuriLegend।” इसके साथ ही उन्होंने शारदा सिन्हा की एक तस्वीर भी साझा की, जिसमें उनकी लोकप्रिय गाना “पहिले पहिले छठी मइया” का बैकग्राउंड म्यूजिक चल रहा था।
शारदा सिन्हा का योगदान: शारदा सिन्हा ने भोजपुरी संगीत की दुनिया में अपनी गायकी से अपार पहचान बनाई। वह विशेष रूप से छठ पूजा के गीतों के लिए मशहूर थीं। उनके गाए हुए कई छठ गीतों ने बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के लोगों के दिलों में खास जगह बनाई। ‘उठौ सूरज भइल बिहान’, ‘केलवा के पात पर’, ‘सकल जगतारिणी हे छठी माता’ और ‘गंगा जी के पानीया’ जैसे गीतों ने उन्हें एक अनमोल पहचान दिलाई।
शारदा सिन्हा ने कुल 62 छठ गीतों को अपनी आवाज दी है, जो नौ अल्बमों में शामिल हैं। उन्होंने 2016 में एक दशक बाद फिर से नए गीतों के साथ वापसी की थी। इसके अलावा, उन्होंने हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में भी अपने गायन का योगदान दिया, जिनमें “मैंने प्यार किया” और “गैंग्स ऑफ वासेपुर पार्ट 2” जैसे प्रसिद्ध गाने शामिल हैं।
शारदा सिन्हा का निधन न केवल भोजपुरी संगीत के लिए बल्कि भारतीय लोक संगीत के लिए भी एक अपूरणीय क्षति है। उनके योगदान और आवाज़ को हमेशा याद रखा जाएगा।