मेरे विचार, शब्द और कर्म मेरे सर्वोच्च रूप को दर्शाएं: सामंथा रूथ प्रभु

चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: अभिनेत्री सामंथा रूथ प्रभु ने हाल ही में अपने इंस्टाग्राम पोस्ट के ज़रिए एक गहरी आत्मिक सोच साझा की है। उन्होंने बताया कि अब वह चाहती हैं कि उनके विचार, शब्द और कर्म—हर एक चीज़—उनके “उच्चतम स्वरूप” को सम्मान दे। यह अहसास उन्हें अपनी ‘खामोशी’ के पलों के दौरान हुआ।
सामंथा ने इंस्टाग्राम पर एक फोटो सीरीज़ शेयर की जिसमें वह पूजा करती, जिम में वर्कआउट करती और अपने पालतू कुत्तों के साथ खेलती नज़र आ रही हैं। तस्वीरों में से एक में वह एक चमकीले नारंगी सूट में पूजा करती दिखाई देती हैं। पोस्ट के कैप्शन में उन्होंने लिखा, “मेरे विचार, मेरे शब्द, मेरे कर्म और मेरे उद्देश्य—हर एक चीज़ मेरे सर्वोच्च स्वरूप को सम्मान देनी चाहिए। ये अहसास मुझे मेरी खामोशी के दौरान हुआ। अब, मैं बस यही आशा करती हूं कि मैं इसे केवल कहूं नहीं, बल्कि जी भी सकूं।”)
उन्होंने आगे समझाया कि वह जो भी चीज़ों का हिस्सा हैं, वो सभी किसी न किसी रूप में उन बातों से जुड़ी हैं जो उन्हें भीतर से विचलित करती हैं। इस सोच ने उनके जीवन को सरल बनाया है और शायद ये दूसरों की भी मदद कर सके।
‘ऊ अंटावा’ फेम सामंथा ने यह भी कहा कि उन्होंने स्कूल से सबसे अहम चीज़ें सीखी—दया, सहानुभूति और एक बेहतर इंसान बनने की समझ।
उनका कहना है, “मुझे नहीं याद कि मैंने स्कूल में क्या पढ़ा था, लेकिन ये मानवीय गुण आज भी मेरे साथ हैं और जीवन में सबसे ज़्यादा काम आते हैं।”
सामंथा आखिरी बार वर्ष 2023 की फिल्म “खुशी” में अभिनेता विजय देवरकोंडा के साथ नज़र आई थीं। उनकी यह पोस्ट दर्शाती है कि वह सिर्फ एक कलाकार ही नहीं, बल्कि भीतर से बेहद सजग और आत्ममंथन करने वाली शख्सियत भी हैं।
