नीति आयोग बैठक: वन स्टेट, वन ग्लोबल डेस्टिनेशन’ का पीएम मोदी का आह्वान
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को भारत मंडपम में आयोजित 10वीं नीति आयोग संचालन परिषद की बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में उन्होंने राज्यों से ‘फ्यूचर-रेडी’ शहरों के विकास और ‘वन स्टेट, वन ग्लोबल डेस्टिनेशन’ के तहत कम से कम एक अंतरराष्ट्रीय स्तर के पर्यटन स्थल को विकसित करने का आह्वान किया।
प्रधानमंत्री ने कहा, “राज्य कम से कम एक ऐसा पर्यटन स्थल विकसित करें जो वैश्विक मानकों के अनुरूप हो और वहां सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हों। इससे आसपास के शहरों का भी पर्यटन के रूप में विकास होगा।”
बैठक में प्रधानमंत्री ने ‘विकसित भारत 2047’ के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए केंद्र और राज्यों को मिलकर ‘टीम इंडिया’ के रूप में कार्य करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा, “हमें विकास की गति बढ़ानी होगी। अगर केंद्र और राज्य मिलकर काम करें, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है।”
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बड़ी बैठक
यह बैठक हाल ही में आतंकवादियों के खिलाफ भारत द्वारा चलाए गए सफल ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद प्रधानमंत्री की मुख्यमंत्रियों के साथ पहली बड़ी बातचीत थी। इस ऑपरेशन ने कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत की सख्त प्रतिक्रिया को दर्शाया, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी।
दक्षिण के कुछ राज्यों की अनुपस्थिति
बैठक में पुडुचेरी, कर्नाटक और केरल के मुख्यमंत्री शामिल नहीं हुए, लेकिन आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन, तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी समेत जम्मू-कश्मीर के उमर अब्दुल्ला और हिमाचल प्रदेश के सुखविंदर सुक्खू मौजूद रहे।
भविष्य के शहरों के लिए विकास का नया मंत्र
प्रधानमंत्री ने कहा, “भारत तेजी से शहरीकरण की ओर बढ़ रहा है। हमें फ्यूचर-रेडी शहरों की ओर काम करना होगा। हमारा लक्ष्य होना चाहिए कि हर राज्य विकसित हो, हर शहर विकसित हो, हर नगर पालिका विकसित हो और हर गांव विकसित हो।”
उन्होंने यह भी कहा कि विकसित राष्ट्र बनने की राह में महिलाओं की भागीदारी अहम है। “हमें ऐसी नीतियां बनानी होंगी जिससे महिलाएं सम्मानपूर्वक कार्यबल में शामिल हो सकें।”
बैठक का समापन प्रधानमंत्री के ‘सहकारी संघवाद’ और ‘टीम इंडिया’ की भावना को दोहराते हुए हुआ, जिसमें उन्होंने समावेशी विकास, नवाचार और स्थायित्व को देश के विकास का मूल मंत्र बताया।