नीतीश कुमार ने लालू यादव के ‘दरवाजे खुले हैं’ बयान पर दी संक्षिप्त प्रतिक्रिया, बिहार में सियासी अटकलें तेज

चिरौरी न्यूज
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के “दरवाजे खुले हैं” बयान पर रहस्यमय प्रतिक्रिया दी। जब पत्रकारों ने इस बयान पर सवाल पूछा, तो नीतीश कुमार ने हाथ जोड़ते हुए मुस्कुराते हुए केवल कहा, “क्या बोल रहे हैं?” और इस पर अधिक विस्तार से कुछ नहीं कहा।
यह वाकया उस समय हुआ, जब लालू यादव ने एक साक्षात्कार में कहा था, “हमारे दरवाजे नीतीश कुमार के लिए खुले हैं। उन्हें भी अपने दरवाजे खोलने चाहिए। इससे दोनों पक्षों के लोगों का आना-जाना आसान होगा।” लालू यादव के इस बयान के बाद बिहार की राजनीति में नए गठबंधन की अटकलें तेज हो गई हैं। इन दोनों नेताओं को बिहार की राजनीति में “बड़ा भाई, छोटा भाई” के रूप में जाना जाता है।
लालू यादव द्वारा नीतीश कुमार को दी गई यह पेशकश उनके बीच के उथल-पुथल भरे गठबंधनों के इतिहास को देखते हुए आई है। नीतीश कुमार, जो जनता दल (यूनाइटेड) के नेता हैं, पिछले दशक में दो बार आरजेडी के साथ गठबंधन कर चुके हैं, और हाल ही में 2024 में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए में शामिल हो गए थे।
बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, जो लालू यादव के पुत्र और आरजेडी के भावी नेता हैं, ने अपने पिता के बयान को हल्के में लिया और कहा कि यह बयान मीडिया की जिज्ञासा को शांत करने के लिए था। तेजस्वी ने कहा, “और क्या कहेंगे वे (लालू यादव)? वह बस आपके सवालों का जवाब दे रहे थे।”
तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि नए साल में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार का अंत हो जाएगा और यह आरोप लगाया कि नीतीश कुमार अब अपने करीबी सलाहकारों के “कैदी” बन चुके हैं और बिहार को स्वतंत्र रूप से चलाने के लायक नहीं रहे।
वहीं, केंद्रीय मंत्री और जेडी (यू) नेता ललन सिंह ने लालू यादव के बयान को खारिज करते हुए कहा, “एनडीए मजबूत है, जेडी (यू) और बीजेपी एकजुट हैं। लोग जो चाहें कह सकते हैं – यह एक स्वतंत्र देश है।”