ओडिशा: यौन उत्पीड़न के आरोप में कार्रवाई न होने पर आत्मदाह करने वाली छात्रा की मौत, प्रोफेसर और प्रिंसिपल गिरफ्तार

चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: ओडिशा के बालासोर स्थित फकीर मोहन (स्वायत्त) कॉलेज की 20 वर्षीय बी.एड. छात्रा, जिसने विभागाध्यक्ष समीर कुमार साहू द्वारा कथित यौन उत्पीड़न के खिलाफ कार्रवाई न होने से क्षुब्ध होकर कॉलेज परिसर में आत्मदाह कर लिया था, ने सोमवार रात एम्स भुवनेश्वर में दम तोड़ दिया। छात्रा को 90% से अधिक जलने के बाद पहले बालासोर जिला अस्पताल और फिर एम्स भुवनेश्वर में भर्ती कराया गया था, जहां वह तीन दिन तक जिंदगी से जूझती रही।
घटना से पहले पीड़िता ने कॉलेज प्रशासन के खिलाफ धरना दिया था और आरोप लगाया था कि उसकी शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई। छात्रा ने प्रिंसिपल के कक्ष के सामने खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली थी। इलाज के दौरान उसे आईसीयू में वेंटिलेटर और सभी जरूरी जीवनरक्षक उपचार दिए गए, लेकिन उसकी हालत बिगड़ती गई और 14 जुलाई रात 11:46 बजे उसे मृत घोषित कर दिया गया।
पुलिस ने आरोपी एचओडी समीर कुमार साहू को आत्महत्या के लिए उकसाने और यौन उत्पीड़न समेत कई धाराओं में गिरफ्तार किया है। साथ ही कॉलेज के प्रिंसिपल दिलीप कुमार घोष को भी मामले में गिरफ्तार किया गया है। राज्य सरकार ने दोनों अधिकारियों को निलंबित करते हुए उच्च स्तरीय जांच समिति गठित की है।
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने छात्रा की मौत पर गहरा शोक जताते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी एम्स पहुंचकर छात्रा की स्थिति की जानकारी ली थी। इस घटना के विरोध में विभिन्न छात्र संगठनों और राजनीतिक दलों ने प्रदर्शन किया है।