रक्षा क्षेत्र में निवेश के आर्थिक लाभों पर केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने बजट के सही और समयबद्ध उपयोग पर दिया जोर

चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को रक्षा लेखा विभाग (Defence Accounts Department – DAD) के कंट्रोलर्स कॉन्फ्रेंस 2025 में कहा कि बजट का विवेकपूर्ण और उचित समय पर सही उद्देश्य के लिए उपयोग बेहद आवश्यक है। उन्होंने करदाताओं के पैसे की प्रभावी और आर्थिक रूप से सही तरह से खर्च करने की जरूरत पर विशेष बल दिया।
इस कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन रक्षा मंत्री ने किया, जो भारत की रक्षा वित्तीय संरचना के भविष्य को आकार देने के लिए नीति संवाद, रणनीतिक समीक्षा और संस्थागत नवाचार पर चर्चा का मंच बनेगा।
यह कॉन्फ्रेंस 9 जुलाई तक चलेगा और इसमें रक्षा लेखा विभाग, सिविल सेवा, शैक्षणिक संस्थान, थिंक-टैंक और रक्षा तथा वित्त क्षेत्र के अन्य महत्वपूर्ण हितधारकों के शीर्ष नेतृत्व को एक साथ लाने का उद्देश्य है। रक्षा मंत्री ने कहा, “हमें बजट का जिम्मेदारी से उपयोग करना होगा क्योंकि यह जनता की मेहनत से अर्जित धन है। बजट का इस्तेमाल सही उद्देश्य के लिए, सही समय पर करना चाहिए।”
उन्होंने यह भी बताया कि देश का रक्षा बजट कुछ देशों की कुल जीडीपी से भी बड़ा है।
राजनाथ सिंह ने यह भी कहा कि पहले रक्षा क्षेत्र का खर्च केवल आवश्यक माना जाता था और इसे आर्थिक प्रोत्साहक के रूप में नहीं देखा जाता था, लेकिन अब इसे एक ऐसे खर्च के रूप में देखा जाता है जिसका अर्थव्यवस्था पर गुणा प्रभाव पड़ता है।
उन्होंने कहा, “पहले सुरक्षा पर खर्च के आर्थिक प्रभाव का कोई आकलन नहीं था, लेकिन अब रियरमेन्ट में निवेश तेजी से बढ़ रहा है। इसलिए रक्षा अर्थव्यवस्था पर विशेष ध्यान देना होगा।”
मंत्री ने रक्षा अधिग्रहण परिषद द्वारा सरकारी ई-मार्केटप्लेस (GeM) से खरीददारी शुरू करने के कदमों की भी सराहना की। उन्होंने सेवा निवृत्त सैनिकों को बेहतर सेवा देने के लिए उठाए गए कदमों की भी तारीफ की।
रक्षा मंत्रालय के बयान के अनुसार, “यह मंच चुनौतियों का मूल्यांकन करने, सुधारों की शुरुआत करने और रक्षा तैयारियों में वित्तीय शासन की भूमिका को आगे बढ़ाने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।”