“एक और मौका”: करुण नायर की धमाकेदार वापसी, 40 गेंदों में 89 रन से IPL में मचाया तहलका

चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: करुण नायर ने 2013 में आईपीएल डेब्यू किया था, लेकिन बीते 12 वर्षों का उनका सफर उतार-चढ़ाव से भरा रहा। चार अलग-अलग टीमों के लिए खेलने के बावजूद वे किसी एक टीम में स्थायी जगह नहीं बना पाए। आईपीएल 2023 और 2024 में उन्होंने एक भी मुकाबला नहीं खेला, जिससे ऐसा लगने लगा था कि उनका आईपीएल करियर अब खत्म हो गया है।
लेकिन करुण ने हार नहीं मानी। उन्होंने कड़ी मेहनत जारी रखी और साबित कर दिया कि उनका क्रिकेट करियर अब भी जिंदा है। 2024 में उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी में विदर्भ की ओर से शानदार प्रदर्शन किया, जिससे न सिर्फ आईपीएल में वापसी के दरवाजे खुले, बल्कि वे फिर से टीम इंडिया की रडार पर भी आ गए।
रविवार को दिल्ली कैपिटल्स की ओर से खेलते हुए करुण नायर ने मुंबई इंडियंस के खिलाफ 40 गेंदों में 89 रनों की विस्फोटक पारी खेली, जिसमें 12 चौके और 5 छक्के शामिल थे। हालांकि उनकी टीम मुकाबला 12 रन से हार गई, लेकिन उनकी पारी ने सभी का ध्यान खींचा। करुण को मिचेल सैंटनर की एक शानदार गेंद ने आउट किया, जिससे दिल्ली की रफ्तार थम गई और पूरी टीम 19 ओवर में 193 रनों पर सिमट गई।
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में करुण ने कहा, “ईमानदारी से कहूं तो मुझे खुद पर भरोसा था। मैं पूरे सीजन तैयारी कर रहा था और मौके का इंतज़ार कर रहा था। मेरे लिए यह सब तैयारी और टीम के लिए प्रदर्शन करने की बात थी।”
विजय हजारे ट्रॉफी में करुण ने 9 मैचों में 779 रन बनाए, जिसमें उनका औसत 389.50 रहा। उन्होंने 112, 111*, 44*, 163*, और 112* की पारियों के साथ लिस्ट-ए क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बिन आउट हुए बनाने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया।
रणजी ट्रॉफी में भी करुण ने 16 पारियों में 863 रन बनाए और विदर्भ को तीसरी बार खिताब दिलाने में अहम भूमिका निभाई। इसके बाद उन्होंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में 177.38 के स्ट्राइक रेट से 255 रन ठोके। इन दमदार प्रदर्शनों को देखते हुए दिल्ली कैपिटल्स ने पिछले साल मेगा ऑक्शन में उन पर 50 करोड़ रुपये खर्च किए।
हालांकि उन्हें शुरुआती पांच मैचों तक प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिली, लेकिन जैसे ही मौका मिला, उन्होंने अपनी उपयोगिता साबित कर दी।
बुमराह के ओवर में 18 रन, आत्मविश्वास का प्रदर्शन
करुण अपने क्लासिकल शॉट्स के लिए जाने जाते हैं, लेकिन इस मैच में उन्होंने इनोवेशन दिखाते हुए जसप्रीत बुमराह के एक ओवर में 18 रन बटोरे। उन्होंने कहा, “मुझे सिर्फ स्पीड के साथ तालमेल बैठाना था। मैंने अपनी सामान्य बल्लेबाज़ी की, कोई बदलाव नहीं किया। खुद पर भरोसा रखा और वही किया जो मैं करना चाहता था।”
हालांकि टीम हार गई, लेकिन करुण की यह पारी सिर्फ शुरुआत है। प्लेऑफ की दौड़ में पिछड़ रही दिल्ली कैपिटल्स के लिए उनका यह फॉर्म उम्मीद की किरण बन सकता है। अगले मुकाबले में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ एक और मजबूत पारी की टीम को ज़रूरत होगी।
करुण नायर के लिए अब यह “एक और मौका” है — और इस बार वो इसे भुनाने के पूरे मूड में हैं।