इंडो-पाक मैच को लेकर विपक्ष का विरोध तेज, ओवैसी बोले- “मेरी अंतरात्मा यह मैच देखने की इजाजत नहीं देती”

चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: आगामी एशिया कप 2025 में भारत और पाकिस्तान के बीच 14 सितंबर को होने वाले मुकाबले को लेकर राजनीतिक गलियारों में विरोध की आवाजें तेज हो गई हैं। विपक्षी दलों ने इस मैच को लेकर सरकार पर निशाना साधा है और पाकिस्तान से क्रिकेट संबंधों पर आपत्ति जताई है। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने लोकसभा में चर्चा के दौरान इस मैच पर खुलकर विरोध जताया और कहा कि उनकी अंतरात्मा भारत-पाकिस्तान मैच देखने की अनुमति नहीं देती।
लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर विशेष चर्चा के दौरान ओवैसी ने कहा कि जब पाकिस्तान के विमान भारत की हवाई सीमा में प्रवेश नहीं कर सकते, उनकी नावें हमारे जलक्षेत्र में नहीं आ सकतीं, व्यापार बंद है, तो क्रिकेट कैसे खेला जा सकता है। उन्होंने कहा, “जब हम पाकिस्तान को पानी नहीं दे रहे हैं, 80 प्रतिशत पानी रोक रहे हैं, कह रहे हैं कि खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते, तो फिर क्रिकेट कैसे चलेगा?” ओवैसी ने कहा कि सरकार क्या उन 25 मृतकों को बुलाकर यह कहने की हिम्मत रखती है कि हमने ऑपरेशन सिंदूर में बदला ले लिया, अब आप पाकिस्तान के साथ मैच देखिए?
एशिया कप 2025 का आयोजन 9 सितंबर से होना है जिसमें आठ टीमें भाग लेंगी। भारत और पाकिस्तान का ग्रुप स्टेज मुकाबला 14 सितंबर को तय किया गया है। दोनों टीमें सुपर फोर में पहुंचने की प्रबल दावेदार मानी जा रही हैं और फाइनल तक पहुंचने की स्थिति में टूर्नामेंट में तीन बार भिड़ंत संभव है। लेकिन विपक्ष ने इस खेल भावना को खून के सौदे के रूप में देखते हुए तीखा विरोध किया है।
हाल ही में इंग्लैंड में आयोजित वर्ल्ड चैम्पियनशिप ऑफ लीजेंड्स में भारत-पाकिस्तान मुकाबला रद्द करना पड़ा था जब हरभजन सिंह, इरफान पठान और शिखर धवन जैसे पूर्व भारतीय खिलाड़ियों ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के विरोध में मैच से हटने का फैसला किया था। इस हमले में 25 पर्यटकों और एक स्थानीय पोनी चालक की जान गई थी, जिसमें पाकिस्तान समर्थित आतंकियों का हाथ बताया गया था। इसके जवाब में भारतीय सुरक्षा बलों ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर और पाकिस्तान के भीतर आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई करते हुए 100 से अधिक आतंकियों को मार गिराया था।
शिवसेना (उद्धव गुट) की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि “भारतीयों और हमारे सशस्त्र बलों के खून के बदले मुनाफा कमाना बंद कीजिए। एक तरफ भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ कह रहे हैं कि ऑपरेशन सिंदूर अभी चल रहा है और दूसरी तरफ आप खून के पैसे कमाने की होड़ में लगे हैं।”
विपक्ष का कहना है कि एक तरफ सरकार पाकिस्तान को लेकर कठोर रुख दिखा रही है, वहीं दूसरी ओर क्रिकेट मैचों से सामान्य संबंधों का संदेश दिया जा रहा है, जो देश की सुरक्षा नीति और जनभावनाओं के खिलाफ है। अब देखना होगा कि सरकार इस विवादास्पद मुकाबले को लेकर क्या रुख अपनाती है, क्योंकि यह बहस सिर्फ खेल तक सीमित नहीं रह गई है, बल्कि यह राष्ट्रीय स्वाभिमान और सुरक्षा नीति से भी जुड़ गई है।