पाकिस्तान के क्रिकेटर हैदर अली बलात्कार के आरोप में ब्रिटेन में गिरफ्तार
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: पाकिस्तान क्रिकेट एक बार फिर विवादों में घिर गया है, जब पाकिस्तान ‘ए’ टीम यानी पाकिस्तान शाहीन के साथ यूके दौरे पर गए युवा क्रिकेटर हैदर अली को ग्रेटर मैनचेस्टर पुलिस ने एक पाकिस्तानी मूल की लड़की की शिकायत पर गिरफ्तार कर लिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह मामला बलात्कार का है। घटना 3 अगस्त को कैंटरबरी में हुई, जहां पाकिस्तान शाहीन की टीम एमसीएसएसी के खिलाफ मैच खेल रही थी। पुलिस ने हैदर अली का पासपोर्ट जब्त कर लिया है, हालांकि उन्हें बाद में ज़मानत पर रिहा कर दिया गया।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने हैदर अली को फिलहाल निलंबित कर दिया है और कहा है कि जांच पूरी होने तक वह टीम का हिस्सा नहीं होंगे। पीसीबी के प्रवक्ता ने बताया कि बोर्ड इस मामले की जांच में पुलिस के साथ सहयोग करेगा और साथ ही यूके में खुद भी आंतरिक जांच करेगा। प्रवक्ता ने यह भी कहा कि हैदर को जब मैदान से गिरफ्तार किया गया तो वह रो पड़े थे और पूछताछ के दौरान खुद को निर्दोष बताया।
हैदर अली की उम्र 24 वर्ष है और वह अब तक पाकिस्तान के लिए दो वनडे और 35 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके हैं। उन्होंने 2020 में साउथ अफ्रीका में हुए अंडर-19 वर्ल्ड कप में भी भाग लिया था। वहीं, भारत के यशस्वी जायसवाल भी उसी टूर्नामेंट से उभरे थे। हैदर अली पहले भी विवादों में रह चुके हैं। 2021 में पीएसएल के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने पर उन्हें इंग्लैंड और वेस्टइंडीज दौरे से बाहर कर दिया गया था।
सूत्रों की मानें तो हाल ही में नियुक्त हुए पाकिस्तान के व्हाइट-बॉल कोच माइक हेसन हैदर अली से काफी प्रभावित थे और उन्हें इसी महीने शारजाह में होने वाली टी20 त्रिकोणीय सीरीज़ के लिए पाकिस्तान टीम में शामिल करने की योजना बना रहे थे। पाकिस्तान शाहीन की टीम 17 जुलाई से 6 अगस्त तक यूके दौरे पर थी और इस दौरान दो तीन दिवसीय मैच और तीन वनडे खेले गए थे। वनडे सीरीज़ पाकिस्तान शाहीन ने 2-1 से जीती थी। टीम के ज़्यादातर खिलाड़ी बुधवार को पाकिस्तान लौट गए, लेकिन कप्तान साउद शकील और हैदर यूके में ही रह गए थे, जिनमें शकील निजी कारणों से दुबई में रुके।
पाकिस्तान क्रिकेट में खिलाड़ियों की अनुशासनहीनता का इतिहास रहा है। 2010 में इंग्लैंड दौरे पर तत्कालीन टेस्ट कप्तान सलमान बट, मोहम्मद आमिर और मोहम्मद आसिफ को स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था और तीनों पर पांच साल का प्रतिबंध लगा था। अब हैदर अली का यह मामला एक बार फिर पाकिस्तान क्रिकेट की साख पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है।