TRF को अमेरिकी आतंकी संगठन घोषित करने पर बौखलाया पाकिस्तान, फिर उठाया कश्मीर का राग
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: पाकिस्तान ने शुक्रवार को तीखी प्रतिक्रिया दी जब अमेरिका ने प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े छाया समूह ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF)’ को विदेशी आतंकी संगठन घोषित कर दिया। यह कदम ऐसे समय में आया है जब TRF ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए नरसंहार की जिम्मेदारी ली थी, जिसमें 26 नागरिकों की मौत हुई थी। अमेरिका ने इस हमले को 2008 मुंबई हमलों के बाद भारत में नागरिकों पर सबसे घातक आतंकी हमला बताया।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तान ने TRF और लश्कर-ए-तैयबा के बीच किसी भी संबंध से इनकार किया और कहा कि लश्कर एक “बंद संगठन” है, जिसे पाकिस्तान में प्रतिबंधित किया जा चुका है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा, “हमने इन संगठनों को प्रभावी रूप से खत्म किया है, नेतृत्व को गिरफ्तार कर मुकदमा चलाया गया है, और उनके कैडरों को डि-रेडिकलाइज किया गया है।”
हमेशा की तरह पाकिस्तान ने खुद को “आतंकवाद के खिलाफ अग्रिम मोर्चे पर खड़ा देश” बताया और कहा कि उसने वैश्विक शांति के लिए “अभूतपूर्व योगदान” दिया है। साथ ही उसने भारत पर आरोप लगाया कि वह TRF को आतंकी संगठन घोषित करने का इस्तेमाल पाकिस्तान को बदनाम करने के लिए कर रहा है।
बयान में कहा गया, “भारत का इतिहास रहा है कि वह ऐसे अंतरराष्ट्रीय कदमों का इस्तेमाल पाकिस्तान विरोधी दुष्प्रचार के लिए करता है, ताकि जम्मू-कश्मीर (IIOJ&K) में हो रहे मानवाधिकार उल्लंघनों से ध्यान हटाया जा सके।”
पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से “तथ्यात्मक और गैर-पक्षपातपूर्ण नीतियां” अपनाने की मांग की है। वहीं दूसरी ओर, बलूचिस्तान में आतंकी गतिविधियों से परेशान पाकिस्तान ने बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) की मजीद ब्रिगेड के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय कार्रवाई की मांग की है।
इससे पहले अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने कहा कि TRF को ‘फॉरेन टेररिस्ट ऑर्गेनाइज़ेशन’ और ‘स्पेशली डेज़िग्नेटेड ग्लोबल टेररिस्ट’ (SDGT) घोषित किया गया है। भारत ने अमेरिका के इस फैसले का स्वागत किया है।
यह कदम संयुक्त राष्ट्र में भी असर डाल सकता है, विशेष रूप से सुरक्षा परिषद की 1267 प्रतिबंध समिति में, जहां भारत अब TRF और उसके मूल संगठन लश्कर-ए-तैयबा के खिलाफ और अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाने की तैयारी कर रहा है।
चीन, जो सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य है और पाकिस्तान को आतंकी मामलों में अक्सर बचाता रहा है, इस मसले पर सतर्क प्रतिक्रिया देता दिखा। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा, “चीन क्षेत्रीय देशों से आतंकवाद के खिलाफ सहयोग बढ़ाने और क्षेत्रीय शांति बनाए रखने का आह्वान करता है।”