पवन कल्याण ने साधा पिछली सरकार पर निशाना, ‘मेरे टिकट ₹10 के, बाकियों के ₹100 में बिके’
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और लोकप्रिय अभिनेता पवन कल्याण ने अपनी आगामी फिल्म ‘हरी हरा वीरा मल्लू’ के प्री-रिलीज़ इवेंट में पिछली वाईएसआरसीपी सरकार पर करारा हमला बोला। उन्होंने कहा कि जब बाकी अभिनेताओं की फिल्मों के टिकट ₹100 में बिक रहे थे, तब उनकी फिल्म के टिकट सिर्फ ₹10-15 में बेचे जा रहे थे। उन्होंने यह भी कहा कि उनका संघर्ष कभी पैसों या रिकॉर्ड्स के लिए नहीं रहा, बल्कि न्याय के लिए था।
पवन कल्याण ने कहा, “उस दिन मैंने कहा था, ‘हमें कौन रोक सकता है?’ यह हिम्मत की बात थी, मैं न्याय के लिए खड़ा हुआ था।” उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि उनका एकमात्र ‘गुनाह’ एक फ्लॉप फिल्म देना था, जिसके बाद वे फिल्मों में पकड़ नहीं बना सके। अभिनेता ने यह भी बताया कि उनके पास बड़े निर्देशक नहीं रहे, लेकिन त्रिविक्रम का विशेष रूप से आभार जताया, जिन्होंने उन्हें ‘जलसा’ के रूप में एक हिट दी।
उन्होंने अपनी फिल्म ‘भीमला नायक’ की रिलीज़ को याद करते हुए कहा कि उस वक्त भी जब सभी फिल्मों के टिकट ₹100 के थे, उनके टिकट सिर्फ ₹10-15 में बेचे जा रहे थे। पवन ने कहा कि वे कभी रिकॉर्ड बनाने की कोशिश नहीं करते, बल्कि आम आदमी की तरह जीना चाहते हैं। उन्होंने अपने प्रशंसकों को अपनी ताकत बताया और कहा, “मेरे पास कोई हथियार नहीं, कोई गुंडा नहीं, बस दिल में मेरे फैंस हैं। आज जो भी हूं, गिरा और उठा, सब आपकी वजह से हूं।”
उन्होंने यह भी कहा कि फिल्म इंडस्ट्री में उन्हें आए 30 साल हो गए हैं और भले ही उम्र बढ़ी हो, लेकिन उनका जज़्बा आज भी जिंदा है। उन्होंने फिल्म ‘गब्बर सिंह’ का जिक्र करते हुए कहा कि जब वे उस फिल्म की शूटिंग कर रहे थे, एक फैन ने उनसे हिट देने की गुज़ारिश की थी, जिसे उन्होंने हरीश शंकर के निर्देशन में पूरा किया।
उन्होंने यह भी याद किया कि जब उनकी फिल्म ‘जॉनी’ फ्लॉप हुई, तब भी उनके फैंस ने उन्हें नहीं छोड़ा। “मैंने अपने पारिश्रमिक तक लौटा दिए थे, क्योंकि रिश्ते मेरे लिए सबसे कीमती हैं,” पवन ने भावुक होकर कहा।
उन्होंने बताया कि ‘हरी हरा वीरा मल्लू’ उनके लिए एक विशेष फिल्म है, जो 24 जुलाई को रिलीज़ होने जा रही है। यह उनकी पहली फिल्म होगी जो उपमुख्यमंत्री बनने के बाद पर्दे पर आएगी। उन्होंने बताया कि यह फिल्म पिछले पांच सालों से कई चुनौतियों का सामना करती रही है, लेकिन उन्होंने निर्माता ए.एम. रत्नम का साथ नहीं छोड़ा।
पवन कल्याण ने यह भी खुलासा किया कि भले ही उन्होंने मार्शल आर्ट्स सीखा है, लेकिन इस फिल्म के लिए उन्हें फिर से अभ्यास करना पड़ा। उन्होंने मजाकिया अंदाज़ में कहा कि राजनीति में असली गुंडों से सामना कर लिया, लेकिन कैमरे के सामने मार्शल आर्ट करना ज़्यादा मुश्किल था।
इस इवेंट में पवन कल्याण का पुराना फिल्मी जज़्बा और नया राजनीतिक आत्मविश्वास दोनों झलक रहे थे, और उनके प्रशंसकों की गगनभेदी तालियों ने इस बात की गवाही दी कि ‘पावर स्टार’ आज भी दिलों पर राज कर रहे हैं।