APC महासभा में भारत के पैरा खेल विजन को पेश करेंगे PCI अध्यक्ष देवेंद्र झाझरिया
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली – पैरा ओलंपिक समिति ऑफ इंडिया (PCI) 10 से 15 अगस्त 2025 तक कज़ाख़स्तान के अस्ताना में आयोजित होने वाले एशियन पैरा ओलंपिक कमेटी (APC) सम्मेलन, एशियन अवॉर्ड्स और महासभा में भारत का प्रतिनिधित्व करेगी। इस प्रतिष्ठित आयोजन में PCI अध्यक्ष और दो बार के पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता देवेंद्र झाझरिया और महासचिव जयवंत हम्मनावर भारत की ओर से भाग लेंगे।
इस सम्मेलन में एशिया की 45 राष्ट्रीय पैरा ओलंपिक समितियों के प्रतिनिधि, एथलीट्स, APC कार्यकारी बोर्ड सदस्य, स्थायी समितियाँ, अंतरराष्ट्रीय खेल महासंघ, आयोजक समिति और वैश्विक खेल संगठन शामिल होंगे। अनुमानित 200 से अधिक प्रतिभागियों की उपस्थिति के साथ, यह आयोजन एशिया में पैरा खेलों के विकास और संचालन के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है।
सप्ताह भर चलने वाले इस कार्यक्रम की शुरुआत दो दिवसीय सम्मेलन से होगी, जिसमें पैरा खेलों के विकास से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर प्रस्तुतियाँ और कार्यशालाएँ होंगी। इसके बाद महासभा की औपचारिक बैठक होगी, जिसमें APC की रणनीतिक योजना और वित्तीय लेखों को स्वीकृति दी जाएगी।
कार्यक्रम की एक प्रमुख आकर्षण “एशियन अवॉर्ड्स” होंगे, जहां एशिया के सर्वश्रेष्ठ पैरा एथलीट्स, अधिकारियों और संगठनों को सात श्रेणियों में सम्मानित किया जाएगा — जिनमें श्रेष्ठ पुरुष व महिला एथलीट, युवा खिलाड़ी, टीम प्रदर्शन, अनुकरणीय अधिकारी, श्रेष्ठ फोटोग्राफी और उत्कृष्ट NPC प्रदर्शन शामिल हैं।
सम्मेलन से पहले PCI अध्यक्ष देवेंद्र झाझरिया ने भारत की प्रतिबद्धता दोहराई और कहा, “2025 APC सम्मेलन और महासभा सहयोग का ही नहीं, बल्कि यह दिखाने का भी मंच है कि प्रत्येक देश पैरा एथलीट्स को सशक्त बनाने के लिए क्या प्रयास कर रहा है। भारत पैरा खेलों में एक परिवर्तनकारी दौर से गुजर रहा है और हम अपने अनुभव साझा करने को उत्सुक हैं, विशेष रूप से 2025 में नई दिल्ली में आयोजित होने वाली वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप की तैयारियों को लेकर।”
उन्होंने आगे कहा, “पैरा ओलंपिक समिति ऑफ इंडिया का लक्ष्य विश्व स्तरीय चैंपियनशिप का आयोजन करना और भारत को समावेशी खेल आयोजनों के प्रमुख स्थल के रूप में स्थापित करना है। इस सम्मेलन के ज़रिए हम ज्ञान साझा करेंगे, बेहतरीन प्रथाओं से सीखेंगे और पूरे एशिया में एक समावेशी खेल भविष्य के निर्माण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराएंगे।”
भारत की मौजूदगी न केवल उसकी तैयारी को दर्शाएगी बल्कि एशियाई पैरा खेल आंदोलन में उसकी बढ़ती हुई नेतृत्व भूमिका को भी सशक्त करेगी। वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप की मेज़बानी के साथ भारत नए मानक स्थापित करने के लिए तैयार है — समावेशन, उत्कृष्ट आयोजन और एथलीट सशक्तिकरण के क्षेत्र में।