पेप गार्डियोला का स्वर्ण अध्याय: 1,000वां मैच लिवरपूल के खिलाफ, करियर की नई ऐतिहासिक ऊंचाई पर पहुंचे महान कोच

चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: फुटबॉल की दुनिया के महान रणनीतिकार पेप गार्डियोला रविवार को एक और ऐतिहासिक मुकाम हासिल करने जा रहे हैं। जब मैनचेस्टर सिटी का सामना लिवरपूल से होगा, तो यह मैच सिर्फ प्रीमियर लीग की शीर्ष जंग नहीं, बल्कि गार्डियोला के करियर का 1,000वाँ मुकाबला भी होगा, एक ऐसा आँकड़ा जो उनके असाधारण सफ़र और अटूट जुनून का प्रमाण है।
गार्डियोला ने इस अवसर को अपने करियर का “आदर्श मंच” बताया। उन्होंने कहा, “लिवरपूल इस देश का सबसे बड़ा प्रतिद्वंद्वी रहा है। ईमानदारी से कहूँ तो इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता था। मुझे लगता है कि हमने लिवरपूल को बेहतर बनने के लिए प्रेरित किया और लिवरपूल ने हमें। यह बात तय है।”
बार्सिलोना बी से इंग्लिश फुटबॉल के शिखर तक
गार्डियोला ने 2007 में बार्सिलोना बी से अपने प्रबंधकीय करियर की शुरुआत की थी। वहाँ से लेकर इंग्लिश फुटबॉल के शिखर तक का उनका सफ़र प्रेरणादायक रहा है। 17 वर्षों में उन्होंने 12 घरेलू लीग खिताब, 3 चैंपियंस लीग ट्रॉफियाँ, और अनगिनत सम्मान अपने नाम किए।
अपने शुरुआती दिनों को याद करते हुए उन्होंने कहा, “यह सफ़र अविश्वसनीय रहा है। 2007 में बार्सिलोना बी के साथ मेरा पहला मैच आज भी याद है। तब शायद मैंने कभी नहीं सोचा था कि एक दिन मैं 1,000वें मैच की बात करूँगा।”
अविश्वसनीय आँकड़े और अदम्य समर्पण
गार्डियोला ने अपने पहले 999 मैचों में 715 जीत दर्ज की हैं, यानी लगभग 72 प्रतिशत जीत का अनुपात। यह किसी भी आधुनिक युग के कोच के लिए असाधारण आँकड़ा है।
उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, “ये आँकड़े अविश्वसनीय हैं। अगर मैं दोबारा शुरुआत करता, तो शायद यहाँ तक नहीं पहुँच पाता। इस मुकाम तक पहुँचना बहुत मुश्किल है।” उन्होंने अपनी निरंतर सफलता का श्रेय समर्पण, सटीकता और खेल के प्रति प्रेम को दिया।
“यह कड़ी मेहनत, जुनून और प्यार का परिणाम है। मुझे खेल से बेहद प्यार है, और मुझे यह जानना अच्छा लगता है कि हम विरोधियों के खिलाफ क्या नया कर सकते हैं। यही मुझे आगे बढ़ने की ऊर्जा देता है।”
पिछले एक दशक में मैनचेस्टर सिटी बनाम लिवरपूल की प्रतिद्वंद्विता ने प्रीमियर लीग को नई ऊँचाइयाँ दी हैं। चाहे वह टाइटल रेस हो, क्लासिक मुकाबले हों, या रणनीतिक जंग, गार्डियोला और जर्गन क्लॉप की यह भिड़ंत आधुनिक फुटबॉल की सबसे प्रतिष्ठित कहानियों में से एक बन चुकी है।
गार्डियोला ने कहा, “लिवरपूल के साथ हमारी प्रतिद्वंद्विता ने दोनों टीमों को और बेहतर बनाया। मैं मानता हूँ कि इस प्रतियोगिता ने हमें सीमाओं से परे सोचने पर मजबूर किया।”
हाल ही में लीग मैनेजर्स एसोसिएशन (LMA) हॉल ऑफ़ फ़ेम 1,000 क्लब में शामिल हुए गार्डियोला ने जब यह पूछा गया कि क्या वे खुद को अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रबंधक मानते हैं, तो उन्होंने अपने चिर-परिचित अंदाज़ में कहा, “वे बिल्कुल सही हैं! मैं इतिहास का हिस्सा रहा हूँ, आँकड़े यही बताते हैं। लेकिन मैंने कभी यह नहीं सोचा कि ‘मैं सर्वश्रेष्ठ बनना चाहता हूँ।’ मैं बस चाहता हूँ कि मेरी टीमें अच्छा खेलें — वही मेरे लिए सबसे बड़ी उपलब्धि है।”
रविवार के मैच से पहले गार्डियोला ने भावुक होते हुए कहा, “मैं बस उम्मीद करता हूँ कि यह सफ़र इसी तरह चलता रहे। खेल के प्रति प्यार और खिलाड़ियों के साथ साझा किया गया जुनून ही मुझे हर दिन प्रेरित करता है।”
1,000 मैचों की इस यात्रा में पेप गार्डियोला सिर्फ जीतों के आँकड़े नहीं, बल्कि एक ऐसे दर्शन का प्रतीक बन गए हैं जिसने फुटबॉल को देखने का तरीका बदल दिया, जहाँ कला, रणनीति और जुनून एक साथ खेलते हैं।
