पीएम मोदी ने आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को बताया गुजरात की प्रेरणा, 5,400 करोड़ के विकास कार्यों का उद्घाटन

PM Modi called the resolution of self-reliant India the inspiration of Gujarat, inaugurated development works worth Rs 5,400 croreचिरौरी न्यूज

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद, गुजरात में ₹5,400 करोड़ की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन, शिलान्यास और लोकार्पण करते हुए कहा कि गुजरात आज न केवल भारत की आत्मनिर्भरता का प्रतीक है, बल्कि आधुनिकता और परंपरा के संतुलन का आदर्श भी बन चुका है। विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “भारत आज उस रास्ते पर चल रहा है, जो सुदर्शन चक्रधारी मोहन और चरखाधारी मोहन ने दिखाया था।”

प्रधानमंत्री ने द्वारकाधीश श्रीकृष्ण (सुदर्शन चक्रधारी मोहन) और महात्मा गांधी (चरखाधारी मोहन) का उल्लेख करते हुए देश की आध्यात्मिक विरासत और आधुनिक संकल्पों के बीच गहरे संबंध को रेखांकित किया। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ भारत की सख्त नीति का उदाहरण देते हुए कहा, “जहां भी छिपे हों, भारत उन्हें छोड़ता नहीं। पहलगाम में हमने जो किया, वह ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के साहस और राष्ट्र की इच्छाशक्ति का प्रतीक है।”

महात्मा गांधी के स्वदेशी विचार को दोहराते हुए पीएम मोदी ने नागरिकों से अपील की कि त्योहारों के दौरान खरीदी गई हर वस्तु ‘मेड इन इंडिया’ होनी चाहिए। “दीपावली की सजावट हो या उपहार, अब हर चीज़ स्वदेशी होनी चाहिए,” उन्होंने कहा।

उन्होंने गुजरात की डेयरी क्रांति, किसानों, पशुपालकों और छोटे उद्यमियों को आत्मनिर्भर भारत की रीढ़ बताया। “हमारी सरकार उनके हितों को किसी भी कीमत पर नुकसान नहीं पहुंचने देगी। गुजरात की बहनों ने पशुपालन में जो योगदान दिया है, वह देश के लिए प्रेरणा है।”

पीएम मोदी ने गुजरात की पिछले दो दशकों की यात्रा को शांति, स्थायित्व और समृद्धि का उदाहरण बताया। “आज अहमदाबाद देश के सबसे सुरक्षित शहरों में है और यहां हर प्रकार के उद्योग बढ़ रहे हैं।” उन्होंने वडोदरा में ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट निर्माण, दाहोद में मेट्रो कोच उत्पादन, हांसलपुर में ईवी और सेमीकंडक्टर परियोजनाओं का उल्लेख किया।

उन्होंने बताया कि फार्मास्यूटिकल्स, टेक्सटाइल, रत्न और आभूषण जैसे क्षेत्रों में भारत के कुल निर्यात का एक तिहाई योगदान गुजरात से आता है। “दुनिया के दस में से नौ हीरे गुजरात में पॉलिश होते हैं,” उन्होंने गर्व से कहा।

हरित ऊर्जा के क्षेत्र में भी गुजरात की भूमिका को उन्होंने अग्रणी बताया। सौर, पवन और पेट्रोकेमिकल क्षेत्रों में राज्य की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि पारंपरिक और आधुनिक दोनों प्रकार के उद्योग युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा कर रहे हैं।

इस कार्यक्रम में शहरी और औद्योगिक संपर्क को बेहतर बनाने वाली कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास हुआ। इनमें सरदार पटेल रिंग रोड का छह लेन में विस्तार, नए अंडरपास और ओवरब्रिज, और विरमगाम-खुड़द-रामपुरा सड़क परियोजनाएं शामिल थीं। साथ ही ₹1,400 करोड़ की रेलवे परियोजनाएं भी शुरू की गईं, जिनमें महेसाणा-पलनपुर रेल मार्ग का दोहरीकरण और गेज परिवर्तन प्रमुख हैं।

प्रधानमंत्री ने बताया कि पिछले ग्यारह वर्षों में गुजरात में 3,000 किमी नई रेल लाइन बिछाई गई है और राज्य का रेल नेटवर्क पूरी तरह विद्युतीकृत हो चुका है। उन्होंने नई पैसेंजर और मालगाड़ी सेवाओं को भी हरी झंडी दिखाई।

सामाजिक कल्याण के क्षेत्र में पीएम मोदी ने पीएम-आवास योजना (शहरी) के तहत रामापीर नो टेकरो में 1,500 नए मकान सौंपे। उन्होंने कहा कि इन नए घरों के कारण इन परिवारों की नवरात्रि और दीपावली और भी उज्ज्वल हो जाएगी।

प्रधानमंत्री ने अहमदाबाद के पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि कभी जिस शहर को “गर्दाबाद” कहा जाता था, आज वही शहर सपनों और संकल्पों की पहचान बन गया है। साबरमती रिवरफ्रंट, कांकरिया झील और शहर को यूनेस्को की पहली हेरिटेज सिटी का दर्जा मिलना इसी परिवर्तन का प्रमाण है।

उन्होंने कोल्डप्ले जैसे अंतरराष्ट्रीय कंसर्ट्स, विश्व स्तरीय स्टेडियमों और सांस्कृतिक आयोजनों के माध्यम से अहमदाबाद की “कंसर्ट इकोनॉमी” की सराहना की।

आगामी त्योहारों को ध्यान में रखते हुए पीएम मोदी ने लोगों से अपील की कि वे हर उत्सव को आत्मनिर्भरता का पर्व बनाएं। “वास्तविक उपहार वही है, जो भारत में बना हो, भारतीय हाथों से बना हो। हमारे त्योहार भारत की समृद्धि के पर्व बनें,” उन्होंने कहा।

प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि उनकी सरकार ने 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है और अब पारंपरिक तथा नव-मध्यम वर्ग को सशक्त करने का कार्य जारी है। उन्होंने सालाना ₹12 लाख तक की आय पर टैक्स छूट और व्यापारियों के लिए जीएसटी सुधारों को “दीवाली गिफ्ट” बताया।

पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना की सफलता का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि गुजरात की छह लाख से अधिक परिवारों को अब बिजली बिल नहीं देना पड़ता और सरकार ने ₹3,000 करोड़ से अधिक की सब्सिडी प्रदान की है।

अंत में, प्रधानमंत्री ने कहा, “भारत का संकल्प मजबूत है, गुजरात का योगदान विशाल है, और हम मिलकर विकसित भारत का निर्माण कर रहे हैं।” उनके इस भाषण का समापन “भारत माता की जय” के गगनभेदी नारों के साथ हुआ।

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