दीपक जोशी की शादी पर उठा सियासी और निजी विवाद: पत्नी पल्लवी सक्सेना ने तोड़ी चुप्पी, बताई रिश्ते की पूरी कहानी

चिरौरी न्यूज
भोपाल: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी के बेटे और शिवराज सिंह चौहान सरकार में मंत्री रह चुके दीपक जोशी की ज्यादा उम्र (63 वर्ष) में हुई शादी इन दिनों प्रदेश की राजनीति और सामाजिक हलकों में चर्चा का विषय बनी हुई है। भोपाल की कांग्रेस नेत्री पल्लवी सक्सेना से उनकी शादी के बाद जिस तरह से निजी दावे और आरोप सामने आए, उसने इस रिश्ते को सार्वजनिक विवाद में बदल दिया। अब इस पूरे मामले पर खुद पल्लवी सक्सेना सामने आई हैं और उन्होंने एक-एक कर सभी आरोपों का जवाब दिया है।
63 वर्षीय दीपक जोशी ने हाल ही में पल्लवी सक्सेना से विवाह किया। शादी की तस्वीरें सामने आते ही दो अन्य महिलाओं ने दीपक जोशी की पत्नी होने का दावा कर दिया, जिसके बाद मामला केवल निजी जीवन तक सीमित न रहकर राजनीतिक बहस में भी तब्दील हो गया।
पहली पत्नी के निधन के बाद बना रिश्ता
पल्लवी सक्सेना ने स्पष्ट किया कि दीपक जोशी की पहली पत्नी विजया दीदी का निधन 2021 में कोविड काल के दौरान हो गया था। उसी के बाद, परिवार और सामाजिक सहमति से यह रिश्ता आगे बढ़ा। पल्लवी के अनुसार, दीपक जोशी ने उन्हें ही अपनी वैध और एकमात्र पत्नी के रूप में स्वीकार किया है।
अन्य दावों पर उठाए सवाल
अन्य महिलाओं के दावों को खारिज करते हुए पल्लवी ने कहा कि उनके बयानों में गंभीर विरोधाभास हैं। उन्होंने शिखा मित्रा के दावे पर सवाल उठाते हुए कहा कि वह 2016 में शादी की बात कर रही हैं, जबकि उस समय दीपक जोशी की पहली पत्नी जीवित थीं। इतना ही नहीं, शिखा मित्रा के पति गौतम मित्रा 2018 और 2019 तक उनके जीवन का हिस्सा थे।
नम्रता जोशी के दावे पर पल्लवी ने कहा कि भले ही 2021 में शादी का रजिस्ट्रेशन होने की बात कही जा रही हो, लेकिन वह कभी दीपक जोशी के साथ नहीं रहीं और अपने मायके में ही रहती थीं। पल्लवी के मुताबिक, दीपक जोशी ने उन्हें कोर्ट में चल रहे तलाक के मामले की पूरी जानकारी दी थी और कानूनी तौर पर पति-पत्नी का अलग-अलग रहना संदेह पैदा करता है।
परिवारों की सहमति से तय हुआ रिश्ता
पल्लवी ने बताया कि उनकी मुलाकात इस साल फरवरी में दीपक जोशी से हुई थी। यह रिश्ता दोनों परिवारों की सहमति से तय हुआ। जोशी परिवार के वरिष्ठ सदस्यों ने उनके परिवार से संपर्क किया और उनके पिता गुलाबचंद तमोत—जो स्वयं एक पूर्व पर्सनल सेक्रेटरी रह चुके हैं—ने इस रिश्ते को आगे बढ़ाया।
उन्होंने बताया कि हल्दी और मेहंदी जैसी पारंपरिक रस्में घर पर हुईं और 4 दिसंबर को भोपाल के एक आर्य समाज मंदिर में रिश्तेदारों, दोस्तों और परिजनों की मौजूदगी में विवाह संपन्न हुआ।
कांग्रेस से जुड़ाव और कमलनाथ का आशीर्वाद
अपने राजनीतिक संबंधों पर बात करते हुए पल्लवी ने कहा कि वह कांग्रेस से जुड़ी हैं और कमलनाथ को अपना नेता मानती हैं। उन्होंने बताया कि शादी के दिन कमलनाथ ने उन्हें फोन कर बधाई और आशीर्वाद दिया था। बाद में वह उनके जन्मदिन पर उन्हें शुभकामनाएं देने उनके घर भी गई थीं।
पल्लवी ने यह भी साफ किया कि जब दीपक जोशी कांग्रेस में थे, तब उनकी उनसे कोई निजी मुलाकात नहीं हुई थी। उस समय वह पैरालिसिस अटैक से उबर रही थीं और अपने बेटे की पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित कर रही थीं। रिश्ता तभी आगे बढ़ा जब इस साल की शुरुआत में जोशी परिवार के बुजुर्गों ने उनसे संपर्क किया।
उत्पीड़न, धमकी और पुलिस में शिकायत
शादी के बाद सोशल मीडिया पर तस्वीरें वायरल होने और विवाद बढ़ने के बीच पल्लवी ने शिखा मित्रा पर उत्पीड़न, गाली-गलौज, अश्लील टिप्पणियों और तस्वीरें फैलाने के आरोप लगाए। उन्होंने क्राइम ब्रांच से संपर्क किया, वकील के जरिए कानूनी नोटिस भेजा और शाहपुरा थाना तथा साइबर क्राइम सेल में शिकायत दर्ज कराई।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि 6 दिसंबर को नम्रता जोशी उनके देवास स्थित घर आईं, धमकियां दीं और बच्चों व घरेलू कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार किया। इस संबंध में देवास एसपी और स्थानीय पुलिस थाने को लिखित शिकायत दी गई है।
पल्लवी के मुताबिक, नम्रता जोशी के खिलाफ पहले से ही कई कानूनी मामले लंबित हैं, जिनमें आईटी एक्ट से जुड़ा मामला भी शामिल है। उन्होंने बताया कि 17 दिसंबर 2025 को उनके खिलाफ वारंट भी जारी किया गया था।
‘सोच मिलती है तो उम्र मायने नहीं रखती’
उम्र के अंतर को लेकर उठ रहे सवालों पर पल्लवी ने कहा कि रिश्ते में उम्र नहीं, सोच और भावनाओं की अनुकूलता मायने रखती है। उन्होंने दीपक जोशी को एक सज्जन और सम्मानित व्यक्ति बताते हुए कहा कि उन्होंने कठिन दौर में एक-दूसरे का साथ दिया है। दोनों ही डायबिटीज जैसी स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं और बीमारी के दौरान एक-दूसरे का संबल बने।
पल्लवी ने बताया कि उनका बेटा साहिब सक्सेना दीपक जोशी को पिता के रूप में स्वीकार करता है, वहीं दीपक जोशी के बच्चों ने उन्हें मां के रूप में अपनाया है।
अंत में पल्लवी ने कहा कि वह देवास और भोपाल के बीच अपना समय बिताने की योजना बना रही हैं और चाहती हैं कि उनकी शादी को राजनीतिक मुद्दा न बनाया जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि विवादों का समाधान अदालत के माध्यम से किया जाएगा और यह दंपती एक शांत, सम्मानजनक और निजी जीवन जीना चाहता है।
