रूस के कमचटका में आया 8.8 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप, प्रशांत क्षेत्र में सुनामी की चेतावनी, हवाई और जापान में अलर्ट
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: दुनिया के सबसे शक्तिशाली भूकंपों में से एक ने बुधवार सुबह रूस के सुदूर पूर्वी इलाके कमचटका प्रायद्वीप को झकझोर दिया। 8.8 तीव्रता वाले इस भीषण भूकंप ने न केवल रूस में तबाही मचाई, बल्कि उत्तरी प्रशांत महासागर में सुनामी की लहरों को भी जन्म दिया। इसके बाद अमेरिका के अलास्का, हवाई, कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया, न्यूजीलैंड, जापान और फिलीपींस तक तटीय चेतावनियों का दौर शुरू हो गया।
होनोलूलू में मंगलवार को सुनामी चेतावनी सायरन बजते ही लोग ऊँचे स्थानों की ओर भागने लगे। प्रशांत सुनामी चेतावनी केंद्र ने हवाई के सभी द्वीपों पर तटीय इलाकों में भारी नुकसान की आशंका जताई है और चेतावनी जारी करते हुए कहा कि “जीवन और संपत्ति की सुरक्षा के लिए तत्काल कार्रवाई आवश्यक है।” पहले लहरों के मंगलवार शाम 7 बजे तक पहुँचने की संभावना जताई गई।
जापान मौसम एजेंसी के अनुसार, उत्तरी द्वीप होक्काइदो के टोकाची क्षेत्र में लगभग 40 सेंटीमीटर ऊँची लहर दर्ज की गई। जापान में कुछ फेरी सेवाएं निलंबित कर दी गईं और सेंदाई एयरपोर्ट ने अस्थायी रूप से अपनी रनवे बंद कर दी। टोक्यो इलेक्ट्रिक पावर कंपनी ने पुष्टि की कि फुकुशिमा दाइची परमाणु संयंत्र में कोई असामान्यता नहीं पाई गई है, लेकिन लगभग 4,000 कर्मचारी ऊँचे स्थानों पर शरण ले चुके हैं और संयंत्र की स्थिति की निगरानी कर रहे हैं।
भूकंप का केंद्र रूसी शहर पेट्रोपावलोव्स्क-कमचात्स्की से 119 किलोमीटर पूर्व-दक्षिण-पूर्व में था। इस क्षेत्र की जनसंख्या लगभग 1.8 लाख है। अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण (USGS) ने पहले इसे 8.0 तीव्रता का बताया, जिसे बाद में संशोधित कर 8.8 कर दिया गया। भूकंप की गहराई 20.7 किलोमीटर दर्ज की गई। कमचटका प्रायद्वीप और पास के कुरिल द्वीपों में नुकसान की खबरें आई हैं, हालांकि अभी तक किसी गंभीर घायल की सूचना नहीं है। मुख्य बस्ती सेवेरो-कुरिल्स्क में लहरें टकराईं और वहां के गवर्नर के अनुसार, सभी निवासी सुरक्षित हैं और ऊँचे स्थानों पर शरण लिए हुए हैं।
भूकंप के बाद 6.9 तीव्रता तक के कई झटके दर्ज किए गए, जिससे लोगों में दहशत फैल गई। पेट्रोपावलोव्स्क-कमचात्स्की शहर में कारें सड़कों पर हिलने लगीं और बिजली तथा मोबाइल सेवाएं बाधित हुईं। स्थानीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, कुछ लोगों को चिकित्सा सहायता दी गई, लेकिन गंभीर रूप से कोई घायल नहीं हुआ।
फिलिपींस, जो प्रशांत महासागर के पश्चिमी किनारे पर स्थित है, ने भी अपने पूर्वी तटों पर चेतावनी जारी की है। अधिकारियों ने कहा कि एक मीटर तक की लहरें संभव हैं और लोगों को समुद्र तट और तटीय क्षेत्रों से दूर रहने की सलाह दी गई है। न्यूजीलैंड ने अपने समुद्र तटों, बंदरगाहों और नदियों के किनारे से लोगों को हटने की अपील की है। हालांकि देश रूस के भूकंप केंद्र से 9,600 किलोमीटर दूर है, फिर भी “असामान्य और तेज़ धाराओं” की चेतावनी दी गई है।
ओरेगन और वॉशिंगटन जैसे अमेरिकी राज्यों ने भी सुनामी चेतावनी जारी की है। ओरेगन आपात प्रबंधन विभाग ने कहा कि 1 से 2 फीट तक की छोटी लहरें रात 11:40 बजे के आसपास तटों पर पहुँच सकती हैं, जिससे खतरनाक धाराएँ उत्पन्न हो सकती हैं।
कमचटका में इससे पहले इतना शक्तिशाली भूकंप 1952 में आया था, जब 9.0 तीव्रता के भूकंप ने हवाई में 30 फीट ऊँची लहरें पैदा की थीं, हालांकि उस समय कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ था।
विशेषज्ञों के अनुसार, इस क्षेत्र में आफ्टरशॉक्स का खतरा अगले एक महीने तक बना रह सकता है और लोगों को तटीय इलाकों में जाने से बचने की सलाह दी गई है। जुलाई में भी कमचटका के पास समुद्र में कई शक्तिशाली भूकंप आए थे, जिनमें से एक की तीव्रता 7.4 थी।
2011 के जापान भूकंप के बाद यह अब तक का सबसे शक्तिशाली वैश्विक भूकंप माना जा रहा है, जब 9.0 तीव्रता की वजह से आई सुनामी ने फुकुशिमा परमाणु संयंत्र को बुरी तरह प्रभावित किया था। इस नए भूकंप ने दुनिया को एक बार फिर प्रशांत ‘रिंग ऑफ फायर’ की विनाशकारी क्षमता का एहसास दिलाया है।