प्रसिद्ध कृष्णा बोले, “निचले क्रम के बल्लेबाज़ नेट्स में मेहनत कर रहे हैं, क्रीज़ पर टिकना सीख रहे हैं”

Prasidh Krishna said - "Lower order batsmen are working hard in the nets, learning to stay at the crease"चिरौरी न्यूज

नई दिल्ली: हेडिंग्ले टेस्ट में दोहरी बल्लेबाज़ी विफलता के चलते भारत इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में बढ़त नहीं बना सका और पांच विकेट से हार का सामना करना पड़ा। इस पर भारतीय तेज़ गेंदबाज़ प्रसिद्ध कृष्णा ने कहा है कि निचले क्रम के बल्लेबाज़ नेट सत्रों में अपनी बल्लेबाज़ी पर कड़ी मेहनत कर रहे हैं और अब लंबे समय तक क्रीज़ पर टिकने का आत्मविश्वास भी विकसित कर रहे हैं।

हेडिंग्ले में भारत ने पहली पारी में अपने आखिरी सात विकेट 41 रन पर और दूसरी पारी में अंतिम छह विकेट 31 रन पर गंवा दिए। इसके बावजूद भारतीय टीम ने पांच शतक लगाए थे, फिर भी वे मैच जीतने में असफल रहे और इंग्लैंड ने ऐतिहासिक एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी सीरीज़ में 1-0 की बढ़त बना ली।

प्रसिद्ध ने शनिवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “निचले क्रम के बल्लेबाज़ों के तौर पर हम ज़रूर इस पर काम कर रहे हैं। अगर आप नेट्स देखें तो हम लगातार मेहनत कर रहे हैं। यह सिर्फ स्किल की बात नहीं है, मानसिकता की भी बात है। जब आप खुद पर भरोसा करते हैं और क्रीज़ पर टिकते हैं, तो रन अपने आप आने लगते हैं। हम उसी दिशा में काम कर रहे हैं।”

यह सीरीज़ शुभमन गिल के लिए बतौर टेस्ट कप्तान पहली है, क्योंकि रोहित शर्मा के संन्यास के बाद उन्हें यह जिम्मेदारी मिली है। गिल के नेतृत्व पर बोलते हुए प्रसिद्ध ने कहा, “शुभमन ने कप्तानी में अच्छा काम किया। उन्होंने सही समय पर गेंदबाज़ों को रोटेट किया, सभी को ब्रेक दिए और ज़रूरत के हिसाब से स्पेल डाले। वो एक अच्छा माहौल बनाते हैं, सभी से संवाद करते हैं और हर खिलाड़ी के लिए स्पष्ट योजना होती है।”

गेंदबाज़ी में अपनी महंगी पारी पर बोलते हुए प्रसिद्ध ने इंग्लैंड की परिस्थितियों को चुनौतीपूर्ण बताया। “यहां हवा बार-बार बदलती है। रन-अप में गति बनाए रखना ज़रूरी होता है। मैंने साथी गेंदबाज़ों से बात भी की कि वो कैसे इससे निपटते हैं। मैदान पर उतरते ही हवा की दिशा और संतुलन बनाए रखना बहुत अहम होता है।”

उन्होंने यह भी कहा, “बारिश और हल्की बूंदाबांदी ने मुश्किलें बढ़ाईं। जब रूट बल्लेबाज़ी करने आए, तो गेंद मूव कर रही थी और ऊपर से मैदान भी गीला हो गया। जब गेंद गीली होती है तो वह नरम हो जाती है, और उसका चमक कम हो जाता है। ऐसे में सीम से पिच पर जो मदद मिलती है, वो कम हो जाती है।”

बेंगलुरु के खिलाड़ियों के साथ खेलने पर उन्होंने कहा, “करुण नायर और केएल राहुल मेरे पुराने दोस्त हैं। हमने क्रिकेट के बाहर भी काफी समय साथ बिताया है। टीम में बेंगलुरु के लड़कों का साथ होना हमेशा अच्छा लगता है।”

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