महाकुंभ 2025 की तैयारी: अदानी समूह और इस्कॉन मिलकर करेंगे ‘महाप्रसाद सेवा’
चिरौरी न्यूज
प्रयागराज: आगामी महाकुंभ 2025 के आयोजन को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं, और इस बार अदानी समूह ने अंतरराष्ट्रीय कृष्ण चेतना सोसाइटी (ISKCON) के साथ मिलकर एक अनूठी पहल शुरू की है। इस पहल का नाम है ‘महाप्रसाद सेवा’, जिसके तहत लाखों श्रद्धालुओं और तीर्थयात्रियों को मुफ्त भोजन प्रदान किया जाएगा। यह सेवा महाकुंभ मेले की पूरी अवधि में, यानी 13 जनवरी से लेकर समापन तक, चलती रहेगी।
अदानी समूह के अध्यक्ष गौतम अदानी ने गुरुवार को इस्कॉन के गवर्निंग बॉडी कमीशन (GBC) के अध्यक्ष गुरु प्रसाद स्वामी से मुलाकात की और ‘महाप्रसाद सेवा’ के उद्घाटन के अवसर पर अपनी शुभकामनाएं दीं।
गौतम अदानी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इस सेवा की घोषणा करते हुए लिखा, “कुंभ वह पवित्र भूमि है जहां हर हाथ स्वाभाविक रूप से सेवा में लग जाता है! यह मेरा सौभाग्य है कि हम महाकुंभ में इस्कॉन के साथ मिलकर ‘महाप्रसाद सेवा’ शुरू कर रहे हैं, जिसमें लाखों लोगों को माता अन्नपूर्णा के आशीर्वाद से मुफ्त भोजन मिलेगा।”
अदानी ने यह भी कहा कि गुरु प्रसाद स्वामी जी से मुलाकात ने उन्हें सेवा के प्रति समर्पण की शक्ति को गहराई से महसूस करने का अवसर दिया। “वास्तव में सेवा सबसे उच्च रूप में देशभक्ति है। सेवा ही साधना है, सेवा ही प्रार्थना है, और सेवा ही भगवान है,” उन्होंने कहा।
गुरु प्रसाद स्वामी जी ने अदानी समूह की प्रशंसा करते हुए कहा, “अदानी समूह हमेशा सामाजिक जिम्मेदारी और सेवा का आदर्श रहा है। गौतम अदानी जी की विशेषता यह है कि वे कभी बुलाए बिना, हमेशा स्वयं आगे बढ़कर निस्वार्थ सेवा करते हैं। हम उनके योगदान के लिए अत्यधिक आभारी हैं। उनका कार्य हमें समाज को कुछ देने और मानवता की सेवा में एकजुट होने की प्रेरणा देता है।”
‘महाप्रसाद सेवा’ के तहत 50 लाख श्रद्धालुओं को भोजन प्रदान किया जाएगा। यह भोजन दो किचन में तैयार किया जाएगा, जो मेला क्षेत्र के अंदर और बाहर स्थित होंगे। महाप्रसाद 40 स्थानों पर वितरित किया जाएगा और इस पहल में 2,500 स्वयंसेवक शामिल होंगे।
इससे पहले, महाकुंभ 2025 के आयोजन के लिए सुरक्षा व्यवस्था और निगरानी को लेकर भी ठोस कदम उठाए गए हैं। पूरे क्षेत्र में सात परतों वाली सुरक्षा व्यवस्था लागू की गई है, और 2,700 से अधिक ए.आई. सक्षम कैमरे लगाए गए हैं। इसके साथ ही, तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए विभिन्न निरीक्षण अभियान भी चलाए जा रहे हैं।
प्रयागराज इस समय आध्यात्मिक उमंग और श्रद्धा से भरा हुआ है। राज्य सरकार का अनुमान है कि महाकुंभ 2025 में 40 से 45 करोड़ श्रद्धालु हिस्सा लेंगे। संगम क्षेत्र में पवित्र स्नान को लेकर यह मेला, जो 12 वर्षों में एक बार आयोजित होता है, आत्मा की शुद्धि और मोक्ष की प्राप्ति का एक महत्वपूर्ण अवसर माना जाता है।