प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यूके यात्रा: व्यापार और निवेश पर रहेगा विशेष फोकस, एफटीए को अंतिम रूप देने की तैयारी
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: भारत के उच्चायुक्त विक्रम दोराईस्वामी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आगामी ब्रिटेन यात्रा का मुख्य फोकस व्यापार, निवेश और भारत-यूके आर्थिक संबंधों को और मजबूत करने पर होगा।
IANS से विशेष बातचीत में दोराईस्वामी ने बताया कि दोनों देश भारत-यूके मुक्त व्यापार समझौते (FTA) को आगे बढ़ाने और रणनीतिक साझेदारी को गहराई देने की दिशा में काम कर रहे हैं।
“हमारी पूरी टीम लंदन में इस महत्वपूर्ण यात्रा की तैयारियों में जुटी है,” उन्होंने कहा।
“यात्रा के दौरान व्यापार और निवेश को लेकर व्यापक चर्चा होगी, खासकर यह कि समझौते पर हस्ताक्षर के बाद इसे कैसे लागू किया जाए। यूके में काम कर रही भारतीय कंपनियां यहां के बाज़ार से संतुष्ट हैं और उन्हें अच्छा एक्सेस मिला है,” दोराईस्वामी ने बताया।
भारत-यूके FTA पर उन्होंने कहा कि प्राथमिक वार्ताएं पूरी हो चुकी हैं, लेकिन कुछ औपचारिक प्रक्रियाएं अभी शेष हैं।
“मुख्य वार्ताएं 6 मई को ब्रिटिश प्रधानमंत्री के बयान के अनुसार समाप्त हो चुकी हैं। अब ‘लीगल स्क्रबिंग’ की प्रक्रिया चल रही है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि समझौता कानूनी रूप से पूरी तरह सटीक हो,” उन्होंने समझाया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह यात्रा 23-24 जुलाई को ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर के निमंत्रण पर हो रही है। यह उनका चौथा यूके दौरा होगा।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, इस यात्रा के दौरान भारत-यूके व्यापक रणनीतिक साझेदारी (Comprehensive Strategic Partnership – CSP) की समीक्षा की जाएगी। चर्चाओं में व्यापार, अर्थव्यवस्था, तकनीक और नवाचार, रक्षा-सुरक्षा, जलवायु, स्वास्थ्य, शिक्षा और लोगों के बीच संबंध शामिल रहेंगे।
दोनों नेता क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचार-विमर्श करेंगे। इस यात्रा से द्विपक्षीय संबंधों को नई गति मिलने और एफटीए समेत नए सहयोग क्षेत्रों को दिशा देने की उम्मीद है।