राशन वितरण ‘घोटाला’: क्या ईडी को ‘लाल डायरी’ से मिली पश्चिम बंगाल के मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक तक पहुंचने में मदद, जानें

ED arrests Bengal minister Jyotipriya Mallik in ration scam
(Pic: Twitter)

चिरौरी न्यूज

नईदिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पश्चिम बंगाल के मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक के एक सहयोगी के घर से कथित तौर पर एक लाल डायरी जब्त की जिसमें कथित करोड़ों रुपये के राशन वितरण घोटाले के संबंध में वित्तीय लेनदेन के महत्वपूर्ण विवरण थे।
इस करोड़ों रुपये के कथित राशन वितरण घोटाले के सिलसिले में छापेमारी के दौरान प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों को पश्चिम बंगाल के मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक के करीबी सहयोगी बाकिबुर के घर से एक लाल डायरी मिली।

डायरी के कवर पर लिखे नाम ‘बालू दा’, जो मल्लिक का उपनाम भी है, ने अधिकारियों का ध्यान खींचा है।

ईडी के अधिकारियों ने बकीबुर का हिसाब-किताब और एक अन्य आरोपी की लाल डायरी जब्त कर ली है। डायरी में किसे और कितनी राशन सामग्री भेजी गई है, इसका विवरण दर्ज किया गया। इसके अतिरिक्त, डायरी में धन प्राप्त करने वाले व्यक्तियों की सूची में ‘बालू दा’ नामक व्यक्ति का उल्लेख था। इस जानकारी के आधार पर, जांचकर्ताओं का मानना है कि मल्लिक (जिसे बालू के नाम से भी जाना जाता है) इस भ्रष्टाचार में शामिल है।

ईडी ने शनिवार को अदालत में तीनों कंपनियों के वित्तीय लेनदेन की जानकारी सौंपी लेकिन आरोपियों के नाम का खुलासा नहीं करना चाहा।  हालांकि, इस संबंध में जज के सामने दस्तावेज पेश किये गये।

ईडी के वकील ने कहा, “पिछली तीन कंपनियों को बेचकर प्राप्त 20 करोड़ रुपये को बांकुरा के दूरदराज के इलाकों में तीन नई कंपनियों में पुनर्निवेशित किया गया था। इस मामले की देखरेख की जिम्मेदारी मल्लिक के सीए शांतनु बनर्जी की थी। फर्जी कंपनी की स्थापना धन शोधन के लिए की गई थी। ईडी के अधिकारियों ने दावा किया कि उन्हें कई लोगों की व्हाट्सएप चैट मिली है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *