पहली बार विधायक बनीं रेखा गुप्ता होंगी दिल्ली की नई मुख्यमंत्री
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, इस सवाल का जवाब बुधवार शाम को मिल गया, जब पहली बार विधायक बनीं रेखा गुप्ता को भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया। इससे उनके मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ हो गया। शालीमार बाग से विधायक रेखा गुप्ता को पंत मार्ग स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित बैठक में भाजपा विधायक दल का नेता नियुक्त किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता दो केंद्रीय पर्यवेक्षकों – पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद और भाजपा के राष्ट्रीय सचिव ओम प्रकाश धनखड़ ने की।
भाजपा विधायक दल के नेता के चुनाव के लिए बैठक शुरू होते ही इस बात की अटकलें लगाई जाने लगीं कि कोई महिला विधायक इस पद पर आसीन हो सकती है। सुषमा स्वराज (भाजपा), शीला दीक्षित (कांग्रेस) और आतिशी (आप) के बाद गुप्ता दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री होंगी। उनके नाम की घोषणा से पहले ही दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ की पूर्व अध्यक्ष और नगर पार्षद गुप्ता के घर पर जश्न शुरू हो गया था। भाजपा विधायकों द्वारा चुने जाने के बाद गुप्ता राज निवास जाएंगी, जहां वह उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना से मुलाकात कर अगली सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।
नए मुख्यमंत्री कल दोपहर शहर के प्रतिष्ठित रामलीला मैदान में एक भव्य शपथ ग्रहण समारोह में शपथ लेंगे। नए मुख्यमंत्री को उपराज्यपाल सक्सेना द्वारा पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई जाएगी, इस दौरान मंच पर भाजपा के शीर्ष नेता और सहयोगी दलों के नेता मौजूद रहेंगे। शपथ ग्रहण समारोह में कार चालक, ऑटो चालक और झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोग भी शामिल होंगे।
शपथ ग्रहण समारोह सुबह 11 बजे से दोपहर 12.34 बजे तक चलेगा, जबकि मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण दोपहर 12.05 बजे होगा। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और उपराज्यपाल वीके सक्सेना सहित कई प्रमुख राजनीतिक हस्तियां शामिल होंगी, साथ ही 200 से अधिक भाजपा सांसद और विधायक और आमंत्रित धार्मिक नेता भी शामिल होंगे।
नए मुख्यमंत्री का नाम अब तक गुप्त रखा गया था, जाहिर तौर पर इसलिए क्योंकि प्रधानमंत्री की फ्रांस और संयुक्त राज्य अमेरिका की यात्राओं के कारण प्रक्रिया में देरी हुई थी। 1998 से दिल्ली की सत्ता से बाहर रही भाजपा ने 2025 के विधानसभा चुनावों में 70 सदस्यीय विधानसभा में 48 सीटें जीतकर शानदार जीत हासिल की और आप को 22 सीटों पर सीमित कर दिया।