दिल्ली में बिजली कटौती पर अरविन्द केजरीवाल और बीजेपी मे तीखी तकरार
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: पिछले 12 महीनों में दिल्ली में बिजली आपूर्ति को लेकर एक गंभीर संकट पैदा हो गया है। मंत्री रेखा गुप्ता ने दावा किया है कि दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों में हर दिन कम से कम 60 बार 1 घंटे से अधिक समय तक बिजली कटौती हो रही है। उन्होंने यह भी बताया कि बिजली की कटौती का दैनिक औसत 1 घंटे से अधिक है, जिससे शहरवासियों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
मंत्री गुप्ता ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह पंजाब से दिल्ली के मुद्दों पर टिप्पणी कर रहे हैं, जबकि दिल्ली में बिजली आपूर्ति की स्थिति बहुत खराब हो चुकी है। उनका कहना था कि केजरीवाल को अपनी सरकार की बिजली आपूर्ति पर ध्यान देना चाहिए, बजाय इसके कि वह अन्य राज्यों के मामलों में हस्तक्षेप करें।
बिजली का मुद्दा केजरीवाल के लिए पुराना है:
दिल्ली में बिजली एक लंबे समय से विवाद का विषय बनी हुई है। जब अरविंद केजरीवाल ने राजनीति में कदम रखा था, तो उन्होंने शीला दीक्षित की कांग्रेस सरकार पर बिजली आपूर्ति की समस्याओं को लेकर जमकर हमला बोला था। केजरीवाल ने बिजली कंपनियों पर उपभोक्ताओं से ज्यादा पैसे वसूलने का आरोप लगाया था और वादा किया था कि उनकी सरकार बिजली दरों को आधा कर देगी।
हालांकि, जब AAP सरकार सत्ता में आई, तो उन्होंने 400 यूनिट तक बिजली इस्तेमाल करने वाले उपभोक्ताओं को सब्सिडी दी, लेकिन बिजली कंपनियों को उनका पूरा बकाया देने की प्रक्रिया जारी रही, जिससे उपभोक्ताओं को राहत की जगह वित्तीय दबाव का सामना करना पड़ा।
बीजेपी सरकार का रुख
रेखा गुप्ता के नेतृत्व में मौजूदा भाजपा सरकार ने भी साफ कर दिया है कि वह बिजली सब्सिडी जारी रखेगी और उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए हर संभव प्रयास करेगी। गुप्ता का कहना था कि दिल्ली की जनता को यह सुनिश्चित किया जाएगा कि बिजली की आपूर्ति सुचारू रूप से हो और कोई भी उपभोक्ता बिजली की कटौती से परेशान न हो।
बिजली संकट को लेकर भाजपा और AAP के बीच जारी राजनीति अब और तीव्र हो चुकी है, और आगामी चुनावों में यह मुद्दा प्रमुख बन सकता है।