स्मृति ईरानी द्वारा अब वायनाड में राहुल गाँधी से मुकाबला की तैयारी: सूत्र

चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: कांग्रेस की पारंपरिक सीट अमेठी की लोकसभा सीट पर चुनाव में हराने के बाद अब केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी, राहुल गांधी से वायनाड में चुनावी जंग लड़ने के लिए तैयार हो रही हैं। हालांकि अभी तक भारतीय जनता पार्टी की तरफ से इस पर कोई चर्चा नहीं की गई है, लेकिन सूत्रों की माने तो राहुल गाँधी को आनेवाले लोकसभा चुनाव में वायनाड में घेरने की कवायद शुरू हो गयी है।
बता दें की अमेठी में राहुल गाँधी को 2019 के लोकसभा चुनावों में करारी हार हुई थी। लेकिन वह वायनाड से भी चुनाव लड़े थे और जीत गए थे।
अब भाजपा सूत्रों के मुताबिक स्मृति ईरानी राहुल गांधी से मुकाबला करने के लिए वायनाड में एक मिशन के तहत आ रही हैं। बता दें की वायनाड जिले में आदिवासियों की आबादी सबसे ज्यादा है और केंद्र की कई योजनाओं के बावजूद उनकी हालत जस की तस बनी हुई है।
2011 की जनगणना के अनुसार, केरल में अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या 4,84,839 (कुल जनसंख्या का 1।5 प्रतिशत) है। और वायनाड जिले में सबसे ज्यादा 1,51,443 आदिवासी हैं।
संयोग से, यह अभिनेता-राजनेता सुरेश गोपी, उच्च सदन के नामित सदस्य थे, जिनका कार्यकाल इस महीने समाप्त हो गया था, जिन्होंने संसद में अपने पिछले कुछ भाषणों में यह मुद्दा उठाया था कि गरीबों और दलितों के उत्थान के लिए केंद्र प्रायोजित योजनाएं कैसे हैं। केरल में अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति समुदायों पर उचित ध्यान नहीं दिया जा रहा है, जिससे ईरानी को वायनाड का दौरा करने के लिए प्रोत्साहन मिल रहा है।
ईरानी के आदिवासी कॉलोनियों में घूमने की संभावना है और एक या दो दिनों के लिए वायनाड में रहने की संभावना है। वह अपने अधिकांश समय का उपयोग राहुल गांधी का निर्वाचन क्षेत्र से अनुपस्थिति के बारे में लोगों से जानकारियां जुटाने की संभाना है।