सोमी अली ने आदित्य पंचोली पर महिलाओं को पीटने का आरोप लगाया, जिया खान की मौत के लिए उनके बेटे सूरज को जिम्मेदार बताया
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: पूर्व अभिनेत्री और सामाजिक कार्यकर्ता सोमी अली ने एक बार फिर बॉलीवुड इंडस्ट्री में महिलाओं के साथ होने वाले दुर्व्यवहार और हिंसा के खिलाफ अपनी आवाज़ बुलंद की है। रविवार को सोमी अली ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक तीखा पोस्ट साझा किया जिसमें उन्होंने अभिनेता आदित्य पंचोली और उनके बेटे सूरज पंचोली पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने आदित्य पंचोली को “घिनौना इंसान” बताते हुए उन पर महिलाओं के साथ बेवफाई और मारपीट करने का आरोप लगाया। यही नहीं, उन्होंने सूरज पंचोली पर 2013 में अभिनेत्री जिया खान की मौत का ज़िम्मेदार होने का भी दावा किया।
अपने पोस्ट में सोमी अली ने लिखा, “आदित्य पंचोली: तुम औरतों को धोखा देते हो। तुम औरतों को पीटते हो। और तुम्हारा बेटा जिया खान की मौत का ज़िम्मेदार है। तुम कूड़ा हो। खुद के साथ कैसे जीते हो? और @suraj.pancholi.sanatani_ को वही पुराने हथकंडे सिखा रहे हो? तुम एक घिनौने इंसान हो।” इस पोस्ट के साथ सोमी ने अपनी एक तस्वीर भी साझा की।
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गौरतलब है कि अभिनेत्री जिया खान 3 जून 2013 को मुंबई स्थित अपने घर में मृत पाई गई थीं। उस समय उनके बॉयफ्रेंड सूरज पंचोली पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगा था, जिसके बाद यह मामला कई वर्षों तक चर्चा में रहा। हालांकि, 28 अप्रैल 2023 को एक विशेष सीबीआई अदालत ने सबूतों के अभाव में सूरज पंचोली को इस मामले में बरी कर दिया था।
सोमी अली इससे पहले भी कई बार बॉलीवुड के भीतर मौजूद पितृसत्तात्मक सोच और महिलाओं के शोषण को लेकर खुलकर सामने आ चुकी हैं। हाल ही में उन्होंने अभिनेत्री तनुश्री दत्ता का भी समर्थन किया था और उनके द्वारा लगाए गए उत्पीड़न और मानसिक प्रताड़ना के आरोपों को सच मानने की बात कही थी। सोमी ने कहा था कि तनुश्री की कहानी सिर्फ एक अपवाद नहीं है, बल्कि यह उस सिस्टम का हिस्सा है जो महिलाओं को खामोश करने के लिए हर तरीका अपनाता है।
उन्होंने लिखा, “तनुश्री ने बताया कि उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया। उनके घर में एक नौकरानी के रूप में जासूस भेजा गया। उन्हें ज़हर देने की कोशिश की गई। उनकी छवि खराब करने की एक सोची-समझी साजिश रची गई। मीडिया के कुछ वर्गों ने उनका मज़ाक उड़ाया, कुछ ने उनकी मानसिक स्थिति पर सवाल खड़े किए। लेकिन बहुत कम लोगों ने यह पूछा कि अगर यह सब सच हो तो? अगर तनुश्री की कहानी कोई अपवाद नहीं, बल्कि सामान्य है?”
सोमी ने यह भी बताया कि वे खुद उस इंडस्ट्री का हिस्सा रही हैं और उन्होंने उस समय भी महिलाओं को ऐसे “ऑडिशन” के लिए बुलाया जाते देखा है जिनका अभिनय से कोई लेना-देना नहीं था। उन्होंने कहा, “मैंने देखा है कि जो महिलाएं ‘ना’ कहती हैं उन्हें कैसे बाहर कर दिया जाता है। कैसे पीड़ित मानसिक रूप से टूट जाती हैं और अपराधी राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित होते हैं।”
सोमी अली के इन खुलासों ने एक बार फिर बॉलीवुड के अंधेरे कोनों को उजागर कर दिया है, जहाँ ग्लैमर की चकाचौंध के पीछे अक्सर चुप्पी, अन्याय और पीड़ा की कहानियाँ दबी रह जाती हैं।