सुमित ने रजत और अनिल मोर ने कांस्य पदक जीत भारत को दिलाई सम्मानजनक वापसी
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: ‘पोल्याक इमरे एंड वर्गा जानोस मेमोरियल’—चौथी रैंकिंग सीरीज़ में भारत की ग्रीको-रोमन कुश्ती टीम ने अंतिम दिन दमदार वापसी की। भारत को एक रजत और एक कांस्य पदक हासिल हुए।
अंडर-23 एशियन चैंपियन सुमित ने 60 किग्रा भार वर्ग में शानदार प्रदर्शन करते हुए रजत पदक अपने नाम किया। उन्होंने क्वालिफिकेशन राउंड में बाई मिलने के बाद पहले मुकाबले में UWW के सादिक ललाएव को 9-3 से हराया। इसके बाद क्वार्टर फाइनल में कोरिया के दाह्युन किम को चित कर (7-4) हराया। सेमीफाइनल में कज़ाखस्तान के गालिम कब्दुनास्सारोव को तकनीकी श्रेष्ठता (10-1) से पराजित कर फाइनल में प्रवेश किया।
फाइनल मुकाबले में सुमित का सामना मौजूदा यूरोपीय और विश्व चैंपियन निहात जाहिद मम्मदली (अज़रबैजान) से हुआ। पहले पीरियड में सुमित ने आक्रामक शुरुआत की, लेकिन मम्मदली ने सधी हुई रक्षात्मक रणनीति अपनाते हुए मुकाबला 5-1 से जीत लिया।
वहीं 55 किग्रा भार वर्ग में अनिल मोर ने कांस्य पदक जीत भारत को दूसरी सफलता दिलाई। उन्हें क्वालिफिकेशन राउंड में बाई मिली, लेकिन पहले मुकाबले में UWW के एमिन सेफरशाएव से 6-1 से हार गए। चूंकि एमिन फाइनल में पहुंचे, अनिल को रेपचेज़ का मौका मिला। उन्होंने मोल्दोवा के एट्रियम डेलियानु को 7-0 से हराया और कांस्य पदक मुकाबले में उज्बेकिस्तान के इख्तियोर बोटिरोव को 7-4 से शिकस्त दी।
एक दिन पहले ही भारतीय महिला कुश्ती टीम ने संयुक्त राज्य अमेरिका और हंगरी जैसी दिग्गज टीमों को पीछे छोड़ते हुए कुल पदक तालिका में पहला स्थान प्राप्त किया।
हाल के निरंतर अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए विशेषज्ञों का मानना है कि भारतीय महिला पहलवान 2028 लॉस एंजेलेस ओलंपिक में 3–4 पदक जीतने की प्रबल दावेदार होंगी।