पहलगाम में पर्यटकों पर आतंकी हमला: उमर अब्दुल्ला ने बताया ‘घिनौना और अमानवीय कृत्य’, 12 घायल, कई की हालत गंभीर

चिरौरी न्यूज
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसरण घाटी में मंगलवार दोपहर हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। इस हमले में कम से कम 12 पर्यटक घायल हुए हैं, जिनमें कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। हमले के बाद जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस कायराना हरकत की कड़ी निंदा की है और इसे “घिनौना और अमानवीय कृत्य” करार दिया है।
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा: “मैं अविश्वास में हूं। हमारे मेहमानों पर किया गया यह हमला एक घिनौना कृत्य है। हमलावर जानवर हैं, अमानवीय हैं और घोर निंदा के पात्र हैं। इस हमले की जितनी निंदा की जाए, कम है।”
उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की और कहा कि वह तुरंत श्रीनगर लौट रहे हैं। उमर अब्दुल्ला ने जानकारी दी कि उनकी पार्टी की नेता सकीना इत्तू घायलों के इलाज और राहत कार्यों की निगरानी के लिए अस्पताल पहुंच चुकी हैं।
हमला उस समय हुआ जब पर्यटक बैसरण की घाटियों का लुत्फ़ उठा रहे थे। यह इलाका केवल पैदल या टट्टुओं के माध्यम से ही पहुंचा जा सकता है। अज्ञात बंदूकधारियों ने अचानक पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी।
हमले की खबर मिलते ही सुरक्षा बल तुरंत मौके पर पहुंचे और बचाव अभियान शुरू किया गया। घायलों को निकालने के लिए एक हेलिकॉप्टर भी भेजा गया, जबकि कई घायलों को स्थानीय लोगों द्वारा टट्टुओं की मदद से नीचे लाया गया।
एक महिला ने रोते हुए बताया कि कैसे उसके सामने उसके पति को गोली मारी गई। “मेरे पति को बचा लीजिए… कृपया मदद कीजिए!” वह चीखती रही।
एक अन्य महिला पर्यटक ने दावा किया कि हमलावर ने उसके पति से कहा, “तुम मुसलमान नहीं हो” और फिर उस पर गोली चला दी।
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि मरने वालों की सही संख्या का अभी पता लगाया जा रहा है और आधिकारिक पुष्टि जल्द ही की जाएगी। उन्होंने यह भी जोड़ा कि, “नागरिकों पर हाल के वर्षों में हुआ यह सबसे बड़ा हमला है।”
इस हमले ने घाटी की सुरक्षा व्यवस्था और पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। केंद्र और राज्य सरकार की ओर से इस पर जल्द ही विस्तृत बयान आने की उम्मीद है।