बीसीसीआई की सख्त नीति का असर, घरेलू क्रिकेट में सितारों की वापसी; विजय हजारे ट्रॉफी में दिखेंगे रोहित-कोहली जैसे दिग्गज

The BCCI's strict policy is having an effect, leading to the return of stars to domestic cricket; Indian stalwarts like Rohit and Kohli will be seen in the Vijay Hazare Trophy.
(File Photo/BCCI/Twitter)

चिरौरी न्यूज

नई दिल्ली:भारतीय क्रिकेट में एक बार फिर घरेलू क्रिकेट की अहमियत सुर्खियों में है। पूर्व भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने यह कन्फर्म कर दिया है कि वह 24 दिसंबर से शुरू हो रही विजय हजारे ट्रॉफी में मुंबई के शुरुआती दो मुकाबलों के लिए उपलब्ध रहेंगे। यह फैसला सिर्फ मुंबई टीम के लिए नहीं, बल्कि पूरे भारतीय क्रिकेट सिस्टम के लिए एक बड़ा संकेत माना जा रहा है। इससे पहले विराट कोहली ने विजय हजारे ट्रॉफी में अपनी उपस्थिति कन्फर्म की थी।

दरअसल, हाल के महीनों में बीसीसीआई  की वह नीति खुलकर सामने आ रही है, जिसके तहत सीनियर और स्टार खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट खेलने के लिए प्रोत्साहित और जरूरत पड़ने पर मजबूर किया जा रहा है। बोर्ड का साफ मानना है कि अगर खिलाड़ी राष्ट्रीय टीम के लिए उपलब्ध नहीं हैं, तो उन्हें रणजी ट्रॉफी, विजय हजारे ट्रॉफी और अन्य घरेलू टूर्नामेंट्स में खेलना चाहिए, ताकि मैच फिटनेस, फॉर्म और युवाओं के साथ तालमेल बना रहे।

रोहित की उपलब्धता, लेकिन सवाल भी

मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) के सूत्रों के मुताबिक रोहित शर्मा शुरुआती दो मैच खेलेंगे, लेकिन इस पूरी प्रक्रिया में सेलेक्शन कमेटी और MCA एडमिनिस्ट्रेशन के बीच कम्युनिकेशन को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं।

सेलेक्शन कमेटी चेयरमैन पाटिल सुबह तक रोहित की उपलब्धता को लेकर अनजान नजर आए, जिससे यह साफ होता है कि घरेलू क्रिकेट में बड़े नामों की एंट्री अब भी पूरी तरह व्यवस्थित नहीं है।

ये सितारे शुरुआती मैचों से बाहर

हालांकि, सभी बड़े नाम एक साथ मैदान में नहीं उतरेंगे।

  • सूर्यकुमार यादव (T20I कप्तान)
  • यशस्वी जायसवाल (गैस्ट्राइटिस से उबर रहे)
  • अजिंक्य रहाणे
  • शिवम दुबे

ये सभी खिलाड़ी शुरुआती मैचों में नहीं खेल पाएंगे। पाटिल ने साफ कहा कि पहले दो मुकाबलों में युवाओं को मौका दिया जाएगा, लेकिन जैसे ही सीनियर खिलाड़ी उपलब्ध होंगे, उन्हें टीम में शामिल किया जाएगा।

घरेलू क्रिकेट में विराट और पंत की भी एंट्री

यह ट्रेंड सिर्फ मुंबई तक सीमित नहीं है।

  • ऋषभ पंत को दिल्ली टीम का कप्तान बनाया गया है
  • विराट कोहली भी विजय हजारे ट्रॉफी में कुछ मैचों के लिए उपलब्ध रहेंगे

यह साफ दिखाता है कि बीसीसीआई  अब घरेलू क्रिकेट को सिर्फ जूनियर खिलाड़ियों का मंच नहीं मान रही, बल्कि इसे भारतीय क्रिकेट की रीढ़ के तौर पर फिर से स्थापित करना चाहती है।

बीसीसीआई  की नीति क्यों अहम है?

पिछले कुछ सालों में यह आलोचना होती रही है कि भारतीय स्टार खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट से दूरी बनाते जा रहे हैं। BCCI की नई सोच यह है कि:

  • सीनियर खिलाड़ियों की मौजूदगी से टूर्नामेंट का स्तर बढ़े
  • युवाओं को दिग्गजों के साथ खेलने का अनुभव मिले
  • खिलाड़ी लंबे ब्रेक के बाद सीधे इंटरनेशनल क्रिकेट में लौटने के बजाय घरेलू मैचों से लय हासिल करें

मुंबई का सफर

विजय हजारे ट्रॉफी का एलीट डिविजन 24 दिसंबर से 8 जनवरी तक अहमदाबाद, राजकोट, जयपुर और बेंगलुरु में खेला जाएगा। नॉकआउट मुकाबले 12 से 18 जनवरी तक बेंगलुरु के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में होंगे। मुंबई को ग्रुप C में रखा गया है, जहां उसका सामना पंजाब, उत्तराखंड, सिक्किम, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, गोवा और हिमाचल प्रदेश से होगा।मुंबई अपना पहला मुकाबला 24 दिसंबर को सिक्किम के खिलाफ खेलेगी।

रोहित शर्मा, विराट कोहली और ऋषभ पंत जैसे खिलाड़ियों की घरेलू क्रिकेट में वापसी यह साफ संकेत देती है कि बीसीसीआई अब नाम और रुतबे से ऊपर सिस्टम को प्राथमिकता दे रही है। अगर यह नीति इसी तरह लागू होती रही, तो घरेलू क्रिकेट न सिर्फ मजबूत होगा, बल्कि भारतीय टीम की बेंच स्ट्रेंथ भी पहले से कहीं ज्यादा दमदार बनकर उभरेगी।

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