2020 में एनडीए की टूट का सबसे बड़ा फायदा आरजेडी को मिला: चिराग पासवान
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने सोमवार को कहा कि 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में आई दरार का सबसे बड़ा फायदा राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) को हुआ था। उन्होंने यह बयान उस आलोचना के जवाब में दिया, जिसमें एनडीए के खराब प्रदर्शन के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराया जाता रहा है।
ABP नेटवर्क इंडिया 2047 एंटरप्रेन्योरशिप कॉन्क्लेव में बोलते हुए चिराग पासवान ने कहा, “2020 में एनडीए की टूट के लिए मुझे जिम्मेदार ठहराया गया। अगर इसका दोष मुझ पर है, तो सबसे बड़ा लाभ किसे हुआ? आरजेडी को। बंटी हुई एनडीए का फायदा उन्होंने उठाया।”
उन्होंने दावा किया कि बिहार की जनता अब आरजेडी को “स्थायी रूप से खारिज” कर चुकी है और 2025 के बाद राज्य की राजनीति में उसकी कोई प्रासंगिकता नहीं बचेगी। चिराग पासवान के मुताबिक, आरजेडी और उसके सहयोगियों के साथ-साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी करारी हार का सामना करना पड़ा है।
‘पंच पांडव की तरह काम किया गठबंधन’
यूपीए की जीत से जुड़े सवाल पर चिराग पासवान ने कहा कि इसके पीछे कई कारण रहे। उन्होंने गठबंधन सहयोगियों की तुलना “पंच पांडव” से करते हुए कहा कि सभी के बीच बेहतर तालमेल रहा। उन्होंने कहा, “इन सभी कारणों ने मिलकर इस जीत को संभव बनाया।”
पासवान ने इस बात पर जोर दिया कि राजनीति में प्रदर्शन सबसे अहम होता है। “जब आपका काम बोलता है, तो आपको ज्यादा कुछ समझाने की जरूरत नहीं पड़ती। मेरा काम ही मेरी पहचान बनेगा,” उन्होंने कहा।
प्रधानमंत्री और सहयोगियों के प्रति जताया आभार
चिराग पासवान ने अपने गठबंधन सहयोगियों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार जताते हुए कहा कि उन्होंने उन पर भरोसा जताया, इसके लिए वे कृतज्ञ हैं। उन्होंने एनडीए के प्रदर्शन का जिक्र करते हुए सवाल किया कि कितनी ऐसी सीटें थीं, जहां एनडीए ने पहले कभी जीत हासिल नहीं की थी।
उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्होंने कभी उपमुख्यमंत्री पद या किसी अन्य पद की मांग नहीं की।
“मैंने कभी अपनी शर्तें नहीं रखीं। मैंने कई दलों को अत्यधिक मांगों के कारण नुकसान उठाते देखा है,” उन्होंने कहा।
उन्होंने यह भी जोड़ा, “मुझे खुद उम्मीद नहीं थी कि हम 200 सीटों का आंकड़ा पार करेंगे। मैंने यह पद न तो जीत से पहले मांगा और न ही बाद में।”
कांग्रेस से संपर्क की अटकलों पर प्रतिक्रिया
कांग्रेस द्वारा संपर्क किए जाने की अटकलों पर चिराग पासवान ने कहा कि उन्हें ऐसी किसी बैठक की जानकारी नहीं है। उन्होंने एक बार फिर एनडीए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति अपनी निष्ठा दोहराई।
उन्होंने कहा, “सब जानते हैं कि मैं अपने प्रधानमंत्री से कितना प्रेम करता हूं और वे मेरे लिए क्या मायने रखते हैं। यही वजह है कि मैं आज भी इस गठबंधन का हिस्सा हूं। पहले भी मेरे पास महागठबंधन के साथ जाने का अवसर था, लेकिन मैंने ऐसा नहीं किया।”
उन्होंने वैकल्पिक राजनीतिक गठबंधनों की अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि एनडीए को मिला जनादेश निर्णायक है।
“जिस तरह का बहुमत हमें मिला है, उसके बाद विकल्प तलाशने की कोई जरूरत नहीं है,” उन्होंने कहा, साथ ही यह भी जोड़ा कि जब कहने को कुछ नहीं होता, तब अफवाहें फैलती हैं।
