पीएम मोदी के खिलाफ नारे पर बीजेपी ने की सोनिया गांधी से माफी की मांग
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: राजस्थान की राजधानी जयपुर में कांग्रेस की एक रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कथित तौर पर अपमानजनक नारे लगाए जाने को लेकर सियासी विवाद गहरा गया है। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने इस मामले में कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी नेतृत्व से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की है।
यह विवाद रविवार को आयोजित ‘वोट चोर गद्दी छोड़ो’ रैली के दौरान उठा, जिसका नेतृत्व जयपुर महिला कांग्रेस की जिला अध्यक्ष मंजू लता मीना कर रही थीं। रैली में बीजेपी पर ‘वोट चोरी’ के आरोप लगाए गए और इसी दौरान पीएम मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक नारे लगाए जाने का आरोप है।
बाद में मीडिया से बातचीत में मंजू लता मीना ने अपने बयान का बचाव करते हुए कहा कि वह केवल जनता के गुस्से को अभिव्यक्त कर रही थीं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री रोजगार, युवाओं, महिलाओं और किसानों के मुद्दों पर बात नहीं करते और जनता का ध्यान भटकाते हैं।
हालांकि, इस घटना को लेकर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया दी। केंद्रीय मंत्री और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोमवार को राज्यसभा में कहा कि इस तरह के नारे कांग्रेस की “मानसिकता और सोच” को उजागर करते हैं। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री के खिलाफ इस तरह की भाषा बेहद निंदनीय है और इसके लिए सोनिया गांधी तथा राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को देश से माफी मांगनी चाहिए।
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने भी कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी से संसद के दोनों सदनों में माफी की मांग की। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में रिजिजू ने कहा कि राजनीतिक दलों के बीच वैचारिक मतभेद हो सकते हैं, लेकिन इस तरह की भाषा लोकतांत्रिक परंपराओं के खिलाफ है।
उन्होंने कहा, “हम राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी हैं, दुश्मन नहीं। एक-दूसरे का विरोध अलग-अलग तरीकों से करते हैं, लेकिन हिंसा या मौत की कामना की भाषा स्वीकार्य नहीं है।”
इस मुद्दे पर कांग्रेस की ओर से अब तक पार्टी नेतृत्व की औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, जबकि विवाद लगातार राजनीतिक गलियारों में तूल पकड़ता जा रहा है।
